मितली आने, चक्कर आने, दस्त लगने या उल्टियां होने पर तुलसी के ताजे रस के गिलास में कालीमिर्च डालकर पिला दें। तुलसी के पत्तों का रस बनाने के लिए 10-20 पत्तियों को पानी के साथ सिलबट्टे पर पीस लें। स्वस्थ और सफेद दांत पाने के लिए तुलसी और नीबू के रस को मिलाकर दांतों की मालिश करें। यही रस चेहरे की कांति बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। कान का तेज दर्द होने पर इसकी बूंदें रात को सोते समय कान में टपका लें। तुलसी की पत्तियों का एक गिलास रस दिल के लिए टॉनिक का काम करता है। इसे रोज सुबह पीना चाहिए। आंखों के संक्रमण यानी कंजक्टिवाइटिस से निपटने के लिए एक कटोरी में तुलसी की दो-तीन पत्तियां रात को भिगो दें। सुबह इससे आंख धो लें।
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