9 September 2011

दवाई चाहिए? रसोई-घर में आइए! औषधि का भंडार हमारा किचन



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अक्सर हमें या परिवार के सदस्यों को रोजमर्रा के जीवन में स्वास्थ्य-संबंधी छोटी-मोटी समस्याएं घेरे रहती हैं, जिनकी वजह से कई बार तो हमारी रोज जीवनचर्या भी उथल-पुथल हो जाती है। आमतौर पर पाचन, नेत्र, दांत, सिरदर्द, बुखार, त्वचा या मौसम परिवर्तन से संबंधित स्वास्थ्य तकलीफें ऐसी होती हैं, जिनके लिए बार-बार, समय-असमय डॉक्टर के पास जाना या एलोपैथी के गोली-कैप्सूल का प्रयोग करना उचित नहीं होता है। 

इसलिए दादी-नानी के जमाने से चले आ रहे घरेलू नुस्खों और इलाजों का सहारा लेना सुरक्षित है। रसोई घर में रखी कई चीजें जैसे मसाले, खाद्यान्न, फल-सब्जी, शहद, घी-तेल आदि औषधि का काम भी करते हैं। अतः रसोई घर को 'औषधि का भंडार' कहना गलत नहीं होगा

पेट दर्द- अजवायन, सौंफ और थोड़ा-सा काला नमक मिलाकर चूर्ण बनाकर खाएं। आराम मिलेगा। पेटदर्द गायब हो जाएगा। 

सिर दर्द- एक कप दूध में पिसी इलायची डालकर पीने से सिरदर्द ठीक हो जाएगा। 

दांत दर्द- एक चम्मच सरसों के तेल में एक चुटकी हल्दी और नमक मिलाकर दांतों पर लगाने या हलके-हलके मालिश करने से दांत का दर्द दस से पंद्रह मिनट में ठीक हो जाता है। 

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घुटनों का दर्द- पानी में अजवायन उबालकर इस अजवायन वाले पानी की भाप घुटनों पर देने से दर्द ठीक होता है। अजवायन के पानी में तौलिया भिगोकर और हलका निचोड़कर उसे घुटनों पर रखकर गर्म सेंक देने से भी दर्द में राहत मिलती है। 

माइग्रेन- रात में सोने से पहले नाक में गाय के दूध से बने घी की दो-दो बूंदें डालें। इसके अलावा सिर पर गाय के घी की मालिश हलके हाथ से करें। 

कब्ज- आंवले का चूर्ण बनाकर सुबह-शाम गरम पानी के साथ फांक लें। इसके अलावा कच्चे टमाटर खाएं। संतरे का रस प्रतिदिन पिएं। पिसी हुई अजवायन और सौंफ का मिश्रण भोजन के बाद खाएं। रात को सोते समय गुनगुना पानी पीकर सोएं। सुबह उठकर तांबे के पात्र में रातभर से रखा पानी ही पिएं, लाभ मिलेगा।

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