1> जब 10 सेकण्ड मुस्कुराने से आपकी तस्वीर सुन्दर आ सकती है,
तो हमेंशा मुस्कुराने से... जीवन सुन्दर क्यों नहीं बन सकता ?
हमेंशा प्रसन्न रहो... दूसरों को सुख दो...
2> आप अच्छे हो.. जब आप अपनी गलतियों को ढूंढ कर उन्हें सुधार लेते हो..
आप और भी अच्छे हो.. जब आप औरों की गलतियों को सहन करके भी उसके प्रति द्वेष नहीं
करते.
3> अपने निर्णयों के संग्रह का नाम ही जीवन है.
भूतकाल के निर्णयों को हम बदल नहीं सकते.. पर भविष्य में योग्य निर्णय ले तो सकते
हैं.
4> किसी भी प्रकार की चिंता आनेवाले कल की समस्या का समाधान नहीं करती.. बल्कि हमारे
आज की शांति को नष्ट कर देती है... इसीलिए केवल चिंतन करो.. चिंता नहीं.
5> जब तक समुद्र का पानी जहाज में प्रवेश नहीं करता.. वो जहाज को नहीं डुबा सकता..
उसी प्रकार... निराशा भी जब तक हमारे भीतर प्रवेश नहीं करती.. वो हमें नष्ट नहीं
कर सकती
6>यदि वाणी मधुर हो तो संसार की किसी को भी वश में किया जा सकता है.. नहीं तो सभी
शत्रु बन जाते है.
7> आईना मेरा सबसे अच्छा मित्र है.
क्योंकि... जब भी मै उसके आगे रोता हूँ, वो मुझे देखकर कभी भी नहीं हँसता.
तो हमेंशा मुस्कुराने से... जीवन सुन्दर क्यों नहीं बन सकता ?
हमेंशा प्रसन्न रहो... दूसरों को सुख दो...
2> आप अच्छे हो.. जब आप अपनी गलतियों को ढूंढ कर उन्हें सुधार लेते हो..
आप और भी अच्छे हो.. जब आप औरों की गलतियों को सहन करके भी उसके प्रति द्वेष नहीं
करते.
3> अपने निर्णयों के संग्रह का नाम ही जीवन है.
भूतकाल के निर्णयों को हम बदल नहीं सकते.. पर भविष्य में योग्य निर्णय ले तो सकते
हैं.
4> किसी भी प्रकार की चिंता आनेवाले कल की समस्या का समाधान नहीं करती.. बल्कि हमारे
आज की शांति को नष्ट कर देती है... इसीलिए केवल चिंतन करो.. चिंता नहीं.
5> जब तक समुद्र का पानी जहाज में प्रवेश नहीं करता.. वो जहाज को नहीं डुबा सकता..
उसी प्रकार... निराशा भी जब तक हमारे भीतर प्रवेश नहीं करती.. वो हमें नष्ट नहीं
कर सकती
6>यदि वाणी मधुर हो तो संसार की किसी को भी वश में किया जा सकता है.. नहीं तो सभी
शत्रु बन जाते है.
7> आईना मेरा सबसे अच्छा मित्र है.
क्योंकि... जब भी मै उसके आगे रोता हूँ, वो मुझे देखकर कभी भी नहीं हँसता.