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कोई जीता है प्यार में, कोई मरता है प्यार में ...!!
कान्हा से करा प्यार, हम तर गए संसार से ...!!
जीवन के दुःख अब उनपर दिए है छोड़ ....!
मेरे जीवन की उन्होंने थाम ली है डोर ....!!
ना में राधा , ना में मीरा,ना मै गोपी कोई ....!
उस नटवर नागर की मै तो भक्तन होई ....!!
मूढ़ बनी मै दर- दर भटकी,पास दिखा ना कोई....!
जब से कान्हा रंग रंगी हूँ,सब सुख 'अनु' के होई ...!!
कान्हा से करा प्यार, हम तर गए संसार से ...!!
जीवन के दुःख अब उनपर दिए है छोड़ ....!
मेरे जीवन की उन्होंने थाम ली है डोर ....!!
ना में राधा , ना में मीरा,ना मै गोपी कोई ....!
उस नटवर नागर की मै तो भक्तन होई ....!!
मूढ़ बनी मै दर- दर भटकी,पास दिखा ना कोई....!
जब से कान्हा रंग रंगी हूँ,सब सुख 'अनु' के होई ...!!
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