साइकिल चलायें और फिट रहें

जब भी आप फिटनेस की बात करते हैं तो आपके दिमाग में कुछ कलाकारों का नाम आ जाता है जैसे रितिक रोशन, शाहिद कपूर और बिपाशा कपूर। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि फैंसी जिम या उच्च प्रोफ़ाइल प्रशिक्षकों के बिना भी आप अपने आपको फिट रख सकते हैं । आपको सिर्फ दिन में कई बार अपने साइकिल के पैडल घुमाने हैं । अगर चिकित्सकों की या शोधकर्ताओं की मानें तो फिट रहने के लिए साइकलिंग सबसे प्रभावी और कम लागत वाला नुस्खा है । अगर आपको लगता है कि साइकिल सिर्फ गरीबों की सवारी है या इसे सिर्फ गांवों में चलायी जाती है तो आप गलत हैं । शायद आपको नहीं पता कि हालीवुड की सेलिब्रिटी मैडोना एक प्रसिद्ध साइकिल चालक हैं । विशेषज्ञ आप तक सिर्फ यह संदेश पहुंचाना चाहते हैं, कि साइकिल चलाने से होने वाले लाभ लौकिक हैं ।

साइकिल चलाना शरीर के लिए संपूर्ण व्यायाम है । सर से पैर तक शरीर के सभी भाग इस व्यायाम में सम्मिलित होते हैं । डा निमेश देसाई जो कि मानव व्यवहार और संबद्ध दिल्ली में विज्ञान संस्थान के साथ वरिष्ठ प्राध्यापक हैं, उनके अनुसार साइकलिंग एक विशेष फिटनेस साधन है । साइकलिंग से रक्त का प्रवाह ठीक रहता है और यह आपके पैरों को सही आकार देता है । शहरी युवाओं में रीढ़ की हड्डी की समस्या बहुत ही आम है और साइकिल चलाने से आपकी रीढ़ की हड्डी को मजबूती मिलती है ।जो बात डा देसाई ने कही वही बात अनंत कुमार द्वारा दोहराई गयी जो कि एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में युवा कार्यकारी हैं । मैंने 6 महीने पहले साइकिल चलाना शुरू किया और इससे मुझे बहुत लाभ मिला । मेरी फिटनेस और क्षमता पिछले 6 महीनों में बढ़ी है । एक पेशेवर की तरह मुझे कम्यूटर के आगे बहुत समय बिताना पड़ता है और मेरी पीठ में लगातार दर्द रहता था । साइकिल चलाने से मुझे दर्द से काफी हद तक राहत मिली । फिटनेस के साथ साथ दिल्ली की सड़कों पर सुबह साइकिल चलाने का मज़ा ही कुछ और है ।

नलिन सिन्हा़ जो कि दिल्ली साइकलिंग क्लब के संस्थापक हैं वह भी इस बात से उतने ही खुश हैं । उनके अनुसार पर्यावरण के अनुकूल परिवहन के साथ ही साइकिल चलाने के स्वास्‍थ्‍य लाभ भी हैं । हालांकि बहुत से लोग इस विकल्प को अपनाना नहीं चाहते क्योंकि उन्हें  यह नहीं पता कि किस प्रकार साइकिल चलाना उनके स्वास्‍थ्‍य के लिए लाभदायी हो सकता है । अमेरिकी कॉलेज आफ स्पोर्टस मेडिसिन की पत्रिका में छपे शोध के अनुसार वो बच्चे जो साइकिल से स्कूल जाते हैं वो उन बच्चों की तुलना में ज्यादा सक्रिय होते हैं जो यातायात का कोई और साधन अपनाते हैं। शोधकर्ताओं ने इंगलैंड के 10 से 16 वर्ष की उम्र तक के 6,000 बच्चों पर शोध किया और परिणाम प्रकाशित किये ।

वर्ष 2007 और 2008 में बच्चों  की हृदय से सम्बन्धी समस्याओं और यात्रा की आदतों पर शोध किया गया । ऐसा पाया गया कि लगभग 30 प्रतिशत लड़के जो साइकिल से स्कूल जाते थे वो दूसरे माध्यम से स्कूल जाने वाले बच्चों  की तुलना में अधिक स्वास्थ्‍य और लड़कियों में यह फायदे कहीं ज्यादा थे । दिल्ली में ही युवा सांसदों के एक समूह के अधिकारियों ने साइकिल चलाने की अनुमति मांगी है । सिर्फ प्रदूषण से बचने के लिए ही नहीं बल्कि यह सांसद अपनी फिटनेस और स्वा स्‍‍थ्यइ के बारे में भी सोचते हैं ।अगर आप अभी भी साइकिल चलाने को लेकर संदेह में हैं, तो आप प्रसिद्ध साइकिल चालक लैंस आर्मस्ट्रांग और उसकी काया के बारे में सोचें ।


0 0

आदर्श वज़न क्या है

लोगों को आपने अक्सर वजन बढ़ने या कम होने के कारण परेशान होते देखा होगा। लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि आदर्श वजन कितना होना चाहिए या फिर एक खास उम्र में कितने वजन का बढ़ना ठीक है।
adarsh vajan ka arth kya hai
लेकिन आदर्श वजन क्‍या होता है यह आदमी की लंबाई के हिसाब से तय होता है। जिसकी लंबाई ज्‍यादा होगी उसका वजन ज्‍यादा और जिसकी लंबाई कम उसका वजन कम। लेकिन  यह टेबल महिला और पुरुष दोनों में अलग-अलग होता है। आइए हम आपको बताते हैं कि आदर्श वजन क्‍या है।

क्या है आदर्श वजन
किसी भी व्यक्ति का आदर्श वजन उसकी मांसपेशियों व मोटापे आदि पर निर्भर करता है। आदर्श वजन होने का अर्थ यह नहीं है कि हर स्थिति में व्यक्ति के शरीर का वजन भी एक जैसा रहे, बल्कि समय व परिस्थिति के मुताबिक वजन में परिवर्तन होते रहना स्वाभाविक है। आदर्श वजन में आपकी उम्र और लंबाई के आधार पर आपका कुछ निश्चित वजन होना चाहिए। आपके आदर्श वजन के लिए अंतराराष्ट्रीय मानक बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स को माना जाता है।
इसके अनुसार एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए 23 से 30 बीएमआई तक रखा गया है। 23 से कम अंडरवेट और 30 से अधिक बीएमआई को ओवरवेट की श्रेणी में रखा गया है। अंडरवेट यानी कम वजन होने पर आपके पूरे शरीर की कार्यशैली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। याद्दाश्त कम होती है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता क्षीण हो जाती है। ओवरवेट होने की स्थिति में मोटापा, हृदय रोग, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, उच्च रक्तचाप, जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है।


आदर्श वजन से जुड़ी मुख्य बातें
  • आदर्श वजन जानने के लिए बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) जैसे फॉर्मूले वजन तय करने के लिए कितने कारगर हैं, यह कहना बहुत मुश्किल है लेकिन यह तय है कि शरीर में अतिरिक्ति चर्बी स्वास्‍थ्‍य के लिए अच्छी नहीं।
  • शरीर में अतिरिक्त चर्बी जहां नुकसान देती है, वहीं वसा की कमी के कारण नर्वसेल्स और हार्मोंस बनने बंद भी हो सकते है।
  • हर व्यक्ति के कार्य, गतिविधियां और रहन-सहन एक दूसरे से अलग होते है, ऐसे में शरीर के लिए वसा का अनुपात भी अलग-अलग ही होगा।
  • वास्तव में व्यक्ति का आदर्श वजन उसके मसल्स और उनके मोटापे इत्यादि पर भी निर्भर करता है।
  • आदर्श वजन होने का अर्थ यह नहीं है कि शरीर भी एक ही स्थिति में रहे, बल्कि समय व परिस्थितियों के हिसाब से वजन में परिवर्तन होता रहता है।
  • आदर्श वजन के अंतर्गत आपकी उम्र, लिंग और लंबाई के आधार पर आपका कुछ निश्चित वज़न होना चाहिए।
  • बीएमआई फॉर्मूले के हिसाब से एक व्यस्क व्यक्ति का वजन 30 किलो से अधिक है तो वो ओवरवेट की श्रेणी में आता है।
  • नियमित रूप से जिम जाने वाले या रेसलर्स का वजन ज्‍यादा होता है। क्‍योंकि उनकी मांसपेशियों का वजन शरीर में मौजूद वसा से अधिक होता है इसलिए एक्‍सरसाइज करने वालों  का बीएमआई हमेशा अधिक होगा।
  • महिलाओं और पुरुषों में आदर्श वजन अलग-अलग होता है। यदि किसी महिला की लंबाई 5 फुट है तो उसका वजन 45-46 किलो के आसपास होना चाहिए। वहीं पुरूष की लंबाई यदि 5 फुट है तो उसका वजन 48 किलो से अधिक होना चाहिए। 

इस तरह से आदर्श वज़न व्यक्ति के लिंग, आकार, शरीर के ढांचे और कार्यशैली पर निर्भर करता है। आदर्श वजन रखने के लिए चिकित्सक की सलाह लेना बहुत जरूरी है।

0 0

वज़न घटाने वाले पेय

फिट और चुस्त-दुरूस्त रहने के लिए पेय पदार्थों को अधिक मात्रा में पीना चाहिए, लेकिन ऐसे पेय पदार्थ जो स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक न हो। पेय पदार्थ वजन कम करने में बहुत मदद करते हैं। 

पेय पदार्थ जैसे जूस, सूप, लेमन वॉटर, पानी इत्यादि पीने से आपका वजन आसानी से कम हो सकता है। वजन घटाने वाले पेय पदार्थों में कम चीनी वाले पेय पदार्थ, नींबूयुक्त पाउडर मिश्रित पेय पदार्थ, कार्बोनेट पेय पदार्थ इत्यादि लाभकारी होते है। आइए जानें कैसे पेय पदार्थों से वजन घटाया जा सकता है।

  • लोगों को हमेशा से ही ऐसा लगता है कि फलों के रस यानी जूस से मोटापा बढ़ता है, लेकिन शोधों में भी यह बात साबित हो चुकी है कि फलों का रस यदि 100 प्रतिशत शुद्ध हो और उसमें चीनी न मिली हो तो वह वजन घटाने में मददगार साबित होता है।
  • पेय पदार्थों में जूस सबसे लाभकारी है। वैसे भी जो लोग जूस पीते हैं वे ओवरवेट नहीं होते बल्कि जूस के जरिए उनमें कई पौष्टिक चीजों जैसे विटामिन- सी, पोटेशियम, मैग्नीशियम फोलेट, विटामिन बी 6 व आयरन की आपूर्ति होती है।
  • सॉफ्ट ड्रिंक, कोल्ड ड्रिंक जैसे पेय पदार्थों से जहां वजन बढ़ता है वही दूध, पानी, नारियल पानी, जूस इत्यादि वजन कम करने में लाभकारी होते हैं।
  • सिर्फ जूस ही नहीं बल्कि पानी से भी वजन आसानी से घट सकता है,लेकिन उसके लिए आपको खाना खाने से पहले दो गिलास पानी पीना होगा जिससे आपको भूख कम लगेगी और आप ओवरईटिंग से भी बचेंगे।
  • आमतौर पर चाय से भी वज़न घटने में फायदा मिलता है और इससे चुस्ती-फुर्ती आती है लेकिन बिना दूध वाली चाय ही वजन घटाने में असरकारक है। दरअसल, दूध डालते ही चाय से मिलने वाले लाभ तो खत्म हो ही जाते हैं, साथ ही दूध से मिलने वाला प्रोटीन भी खत्म हो जाता है।
  • वजन घटाने के लिए आप ब्लैक टी, ग्रीन टी, लेमन टी इत्यादि ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त प्रभाव भी नहीं पड़ेगे और आप मोटापे को नियं‍त्रि‍त भी कर सकते हैं।
  • सुबह खाली पेट नींबू पानी के साथ ही शहद पीने से वजन घटाने में मदद मिलती है।
  • पेय पदार्थों के रूप में आप हरी सब्जियों का जूस भी पी सकते है। इससे आप आसानी से अपना वजन घटा पाएंगे। दरअसल, फलों व सब्जियों के रस में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते जो कैंसर, मोटापे, मधुमेह व ह्वदय रोगों से बचाव करते हैं। 
  • वजन घटाने के लिए ग्‍लूकोस जैसे पेय पदार्थ भी ले सकते हैं जो आपको ताकत भी देते हैं और आपका वजन कम करने में भी सहायक हैं।

कम कैलरी वाले पेय पदार्थों या ऐसे पेय पदार्थ जिनमें चीनी नहीं है वे लोगों को वज़न कम रखने में मदद कर सकते हैं। इतना ही नहीं वजन घटाने के लिए बोतलबंद पेय पदार्थों से बचना चाहिए जिनमें बहुत अधिक चीनी होती है।




0 0

घर बैठे करें वज़न घटाने वाले व्यायाम

आप काफी समय से वजन कम करने में प्रयासरत हैं लेकिन फिर भी आप वजन कम नहीं कर पा रहे, क्योंकि आप यह नहीं जानते कि आखिर वजन कम करने का सही तरीका क्या है।



हालांकि ये तो सभी जानते हैं कि वजन घटाने के लिए संतुलित खान-पान के साथ ही वजन घटाने वाले व्यायाम करना भी जरूरी होता है। लेकिन मुश्किल वहां आती है जब आपको ये नहीं पता होता, आखिर वे कौन से व्यायाम है जिनको आप अपनी दिनचर्या में शामिल कर ना सिर्फ अपना वजन कम कर सकते हैं बल्कि अपना वजन भी आसानी से घटा सकते हैं। तो अब चिंता की बात नहीं, आइए हम आपको बताते हैं, अब आप घर बैठे करें वजन घटाने वाले व्यायाम।


  • रोजाना कम से कम आपको 30 मिनट व्यायाम करना होगा। इससे आप आसानी से वजन भी कम करेंगे और दिनभर चुस्त-दुरूस्त भी रहेंगे।
  • कोई भी व्यायाम करने से पहले उसके दिशा-निर्देशों पर भी ध्यान देना जरूरी है। जैसे आप व्यायाम खुले आसमां के नीचे करे और व्यायाम करने से पहले आप खाली पेट हो, साथ ही आपके पास भरपूर समय हो, अन्यथा तनाव में व्यायाम करने से आपको लाभ पहुंचने के बजाय नुकसान भी हो सकता है।
  • हालांकि आप यदि खुले में व्यायाम नहीं करना चाहते तो आप इनडोर वर्कआउट जैसे वॉटर ऐरोबिक्स, स्वीमिंग और योगा इत्यादि भी कर सकते हैं, या फिर आउटडोर वर्कआउट वॉलीबॉल, बैडमिंटन और वॉक इत्यादि भी कर सकते हैं, इससे आपको वजन कम करने में मदद मिलेगी।
  • व्यायाम के माध्यम से वजन कम करने के लिए बाडी की स्ट्रेचिंग खाकर ज्वचाइंट्स की स्ट्रेचिंग करना बहुत फायदेमंद रहता है।
  • हल्के-फुल्के वजज को उठाकर व्यायाम करें, इससे आपकी बाडी फिट और बैलेंस्ड होगी।
  • व्यायाम के दौरान प्रतिदिन जोर-जोर से सांस अंदर-बाहर खींचना चाहिए, इससे पेट पर बल पड़ते हैं और अतिरिक्त चर्बी कम होने लगती है।


  • आप प्रतिदिन डांस को भी अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। इससे आप निश्चित रूप से फिट रहेंगे।
  • रतिदिन खाना खाने के बाद सुबह-शाम जरूर टहलें, इससे आपका खाना जल्दी पचेगा और एक्सट्रा कैलारी भी बर्न होगी।
  • सूक्ष्म व्यायाम करके भी वजन को कम कर सकते हैं। सूक्ष्म व्या्याम में श्वास प्रश्वांस की क्रियाएं, वक्षस्थल तथा उदर की सभी क्रियाएं कर सकते हैं।
  • प्रणायाम करना वजन कम करने में बहुत ही लाभकारी है। सुबह प्रतिदिन 10 मिनट भी आप प्रणायाम करते हैं तो आप कुछ ही समय में अपने शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम होता हुआ देखेंगे।
  • व्यायाम करने के दौरान ध्यान रहे कि आप अपनी क्षमता के अनुसार ही व्यायाम करें और धीरे-धीरे इसका समय बढ़ा दें। अचानक वर्कआउट खत्म ना करें बल्कि उससे पहले  डीप ब्रीदिंग , मेडिटेशन और स्ट्रेचिंग इत्यादि जरूर कर लें।
  • तनावमुक्त रहकर और अच्छी नींद से भी वजन कम किया जा सकता है। इससे न सिर्फ मन प्रसन्न रहता है बल्कि शरीर में फुर्ती आती है।
  • यदि आप लंबे समय तक फिट रहना चाहते हैं तो आपको अपने खाने को संतुलित करने के साथ ही व्यायाम को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा।

0 0

वजन घटाने में मददगार है ब्‍लैक टी

ब्‍लैक-टी' में कई गुण होते हैं। सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाने वाली यह चाय वजन कम करने में भी मदद करती है। 

यूं तो चाय बहुत फायदेमंद होती है। यह दिमाग की टेंशन को दूर ककर आपको तरोताजा रखने में भी मदद करती है। तन-मन में स्‍फूर्ति भरती है। लेकिन, इसके साथ ही चाय वजन कम करने में भी मदद करती है। चाय में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट शरीर से अतिरिक्‍त चर्बी हटाने में कारगर साबित होते हैं।

    आप अगर चाय पीकर वजन कम करने की चाह रखते हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्‍यान रखना चाहिए।
    • चाय में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट वजन घटाते हैं, लेकिन इसके असर को दूध काफी हद तक खत्म कर देता है।
      • कई जानकारों का यह भी मानना है कि दूध वाली चाय वजन कम करने की बजाए उसे बढ़ाने का काम करती है। आमतौर पर चाय में वसा कम करने के कई तत्व होते हैं। लेकिन चाय में दूध मिलाते ही चाय में वसा कम करने की क्षमता कम हो जाती है।
      • चाय में पाए जाने वाले और वजन घटाने में प्रभावशाली थीफलेविन्स और थिरोबिगिन्स जैसे तत्वों का असर दूध कम कर देता है। दरअसल, चाय में मौजूद ये तत्व शरीर की चर्बी घटाने और कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक होते हैं। लेकिन दूध में प्रोटीन की मात्रा अधिक होने के कारण इनका प्रभाव कम हो जाता है।

      यानी हम यह कह सकते हैं कि वजन घटाने के लिए बिना दूध वाली चाय लाभकारी है और शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी और कॉलेस्ट्रॉल को घटाने में सहायक है।

      ब्‍लैक टी के फायदे
      वेस्टर्न आस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि जो लोग दिन में तीन बार बिना दूध की चाय पीते हैं उनका रक्‍तचाप अधिक नियंत्रित रहता है।

      अध्ययन के लेखक जोनाथन हागसन के हवाले से वैबएमडी ने बताया कि पहली बार पता लगा है कि लंबे समय तक काली चाय के इस्तेमाल से उच्च रक्तचाप वाले लोगों में इसके असर से रक्तचाप में दस प्रतिशत गिरावट आ सकती है और दिल के रोग तथा दिल के दौरे का खतरा भी दस प्रतिशत कम हो जाता है।

      0 0

      मोटापा घटाने के छोटे-छोटे नुस्खे


      healthy manमोटापा कम करने के लिए शायद आपने खुद को पूरी दिनचर्या की बंदिशों में बांध दिया है। आइये हम आपको मोटापा घटाने के कुछ ऐसे छोटे-छोटे नुस्खों के बारे में बतायें, जो बेहद ही आसान हैं:




      खाने का तरीका:
      मोटापा घटाने के लिए अपने आहार पर तो हम सभी ध्यांन देते हैं, लेकिन आहार के सेवन का क्या  तरीका है, यह बात अधिक महत्वो रखती है। खाने का सही तरीका है पहले सलाद व सब्जि़यां, उसके बाद दिन का या रात का खाना।

      प्रोटीन का सेवन:
      सुबह के नाश्तेन में प्रोटीन लें। दूध प्रोटीन का अच्छा  स्रोत है, तो आप सुबह एक गिलास दूध ले सकते हैं। प्रोटीन के सेवन के बाद आप स्नैक्स  लेने से स्वास्‍थ्‍  उतना प्रभावित नहीं होता, जितना खाली पेट से होता है।


      व्यायाम भी ज़रूरी है:
      व्यायाम को अपनी जीवनशैली का हिस्साप बनायें। सुबह हो या शाम, कुछ समय व्या्याम को ज़रूर दें। ज़रूरी नहीं कि आप घंटों व्या‍याम करें, आधे घंटे का व्यायाम भी बहुत है। साइक्लिं ग करें, खेलने जायें या अपने पसंदीदा संगीत पर कुछ देर नाच लें। 

      फलों का रस:
      कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि फलों के रस से वज़न कम होता है।  अगर आप वज़न कम करने के लिए फलों के रस का सेवन करना चाहते हैं, तो गाढ़े जूस का सेवन बिलकुल ना करें।



      पानी की बोतल साथ रखें:
      अपने बैग में हमेशा पानी की बोतल रखें। पानी पीने से भी शरीर की कैलोरी खर्च होती है। प्यामस लगने पर कोल्डह ड्रिंक या सोडा वाटर का सेवन नहीं करना चाहिए।

      मोटापा घटाने के लिए आहार में कमी करना ठीक नहीं, मोटापा घटाना है तो आहार की संतुलित मात्रा को समझें।

      0 0

      पेट कम करने के उपाय Tummy-reduction techniques

      आपने फिट रहने की कोशिश शुरू कर दी है और आप आइसक्रीम जैसी अपनी पंसदीदा चीजों से भी दूर रहने लगे हैं। मोटापे से छुटकारा पाने के लिए घंटो जिम में पसीना बहाते हैं। तब भी आपका पेट है कि कम होने का नाम ही नहीं लेता। ऐसी हालत में निराशा तो होगी ही। 

      pet kam karne ke upay


      अकसर लोग वजन कम करने में लगे रहते हैं। लेकिन सबसे अधिक जो समस्या आती है वो है कमर ओर पेट के आसपास की चर्बी को हटाना। क्या आप जानते हैं कुछ लोग मोटे नहीं होते लेकिन उनके पेट के आसपास काफी चर्बी जमा हो जाती है। जिससे वे परेशान रहने लगते हैं और अपने आपको मोटा समझने लगते हैं। वैसे भी खासकर लड़कियां कमर और पेट के आसपास जमी चर्बी के कारण टाइट फिटिंग के कपड़े नहीं पहन पातीं, यदि वे ऐसा करती भी हैं तो ये लुक उनकी पर्सनैलिटी को सूट नहीं करता। यदि आप चाहते है कि आपका पेट और कमर आसानी से कम हो जाएं तो आप आसान से कुछ टिप्स अपना सकते हैं। आइए जानें कमर और पेट कम करने के तरीके-



      पेट कम करने के उपाय
      शहद है फायदेमंद- शहद के कई गुण है। यह मोटापा कम करने में भी कारगार है। रोजाना सुबह पानी के साथ शहद का सेवन करें। इससे जल्द ही कमर और पेट को कम करने में मदद मिलेगी।

      ग्रीन टी जरूर पिये- आप चाय पीने के बहुत शौकीन हैं, तो आप दूध की चाय पीने के बजाय एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी, लेमन टी या फिर ब्लैक टी पिये।

      सैर करें फिट रहे- कमर और पेट के आसपास की चर्बी को दूर करने के लिए रोजाना सुबह सैर पर जाएं और रात के खाने के बाद भी सैर करना ना भूलें। इससे पेट और कमर की अतिरिक्त कैलोरी कम करने में मदद मिलेगी। क्‍योंकि नियमित रूप से सैर पर जाने से 25 फीसदी कैलोरीज बर्न होती है। पेट जल्दी कम करना है तो तीस मिनट के वॉक सेशन रखें। स्पीड से चलें। लगातार स्पीड से ना चल सके तो बीच में इंटरवल लें। थोड़ी देर तेजी से चलें और फिर स्पीड कम कर लें।



      सप्ताह में एक दिन उपवास करें- यदि आप खाने-पीने के बहुत शौकीन हैं और अपनी इस आदत से भी परेशान हैं, तो इसका सबसे आसान तरिका ये है कि आप सप्ताह में कम से कम एक बार उपवास जरूर करें। आप चाहे तो सप्ताह में एक दिन तरल पदार्थों पर भी रह सकते हैं, जैसे- पानी, नींबू पानी, दूध, जूस, सूप इत्यादि या किसी दिन सिर्फ सलाद या फल भी ले सकते हैं।

      खान-पान संतुलित रखें- यदि आप जंकफूड खूब खाते हैं या फिर आपको तैलीय खाना बहुत पसंद है तो जनाब अब इनसे परहेज करना शुरू कर दें। खाने में खासतौर पर सामान्य आटे के बजाय जौ और चने के आटे को मिलाकर चपाती खांए, इससे आप जल्द ही स्लिम ट्रि‍म होंगे। रोजाना कुछ ग्राम बादाम खाने से कमर की साइज 24 सप्ताह में साढ़े छह इंच कम हो सकती है। तो आज से ही तय करें कि रोजाना सौ ग्राम नट्स अपनी डाइट में जरूर से शामिल करेंगे। यह कैलोरी से भरपूर होने के साथ ही फाइबर युक्त भी होते हैं। भोजन में संतुलित कैलोरीज लें। आपको दिनभर में कम से कम 2000 कैलोरी जरूर ले।



      पूरी नींद ले- सोने संतुलित खाना और नियमित रूप से एक्सरसाइज से पेट की चर्बी कम होती है, लेकिन ऎसा तभी होता है जब आप अच्छी नींद भी ले। सोने के मामले में लापरवाही से तनाव के लिए जिम्मेदार हार्मोन्स रिलीज होते हैं और पेट पर चर्बी भी बढ़ती है। रात में 6 से 7 घंटे सोने वाले लोगों में पेट का फैट कम होता है। इससे ज्यादा या कम नींद लेने वाले लोगों को तोंद की समस्या ज्‍यादा होती है।


      योगासन जरूरी करें- कमर और पेट कम करने के लिए आप नियमित रूप से सुबह उठकर योग करें। वैसे भी आप योग से निरोग रह सकते है। लेकिन खासकर आप ऐसे आसनों को करें जिनसे आपके पेट और कमर को कम करने में मदद मिलें। रोजाना सूर्य नमस्कार की सभी क्रियाएं, सर्वांगासन, भुजंगासन, वज्रासन, पदमासन, शलभासन इत्यादि को करें।


      क्लासिक एक्सरसाइज- मसल्स को टोन करने के लिए स्टेबिलिटी बॉल एक्सरसाइज करें। बॉल पर कमर से ऊपर वाले भाग को टिका दें। हाथ और कोहनी से टिके रहने के लिए सपोर्ट बनाएं। पैर की अंगुलियों को खींचे और कमर से नीचे वाले भाग को जमीन की तरफ करें। बॉडी को इस शेप में ले आएं कि बॉडी सिर से लेकर एड़ी तक लाइन में आ जाए। इस स्थिति में तीस से साठ सैकंड तक बनी रहें। अब इसी एक्सरसाइज को दायीं और बाई तरफ होकर भी दोहराएं। एक कोहनी, हथेली और साइड के पैर से बॉडी को बैलेंस करें। इस साइड पोजिशन में दूसरा हाथ छत की ओर रहेगा।


      जमकर करें कार्डियो ट्रेनिंग- अच्छी फिजिक के लिए रेसिस्टेंस ट्रेनिंग अच्छी है, लेकिन पेट का फैट घटाने के लिए कार्डियो सर्वोत्तम है।


      इन बातों का भी ध्‍यान रखें- भोजन के अन्त में पानी पीना उचित नहीं, बल्कि एक-डेढ़ घण्टे बाद ही पानी पीना चाहिए। इससे पेट और कमर पर मोटापा कम होता है। भूख से थोड़ा कम ही खाए। इससे पाचन भी ठीक होता है और पेट बड़ा नहीं होता।

      0 0

      समय पर सोएं व समय पर जागें

      देर रात बच्चों को न करने दें पढ़ाई


      अमृतसर: आजकल के युग में देर रात तक जागना तो जैसे ट्रैंड बन गया हो। अगर आपको देर रात तक जागने की आदत है या फिर देर रात तक टी.वी. देखते हैं तो सतर्क हो जाएं क्योंकि आपको अंदाजा ही नहीं है कि यह आपके लिए कितना खतरनाक हो सकता है।

      डाक्टरों का मानना है कि इससे मोटापा आता है तथा शरीर बेडौल हो जाता है। कुछ एक्सपटर्स का मानना है कि 7 घंटे की नींद लेने वाली महिलाओं की तुलना में 5 घंटे की नींद लेने वाली महिलाओं का वजन ज्यादा होता है।

      हार्मोन्स पर पड़ता है असर : डाक्टरों के मुताबिक नींद का असर हार्मोन (लेप्टिन व ग्रेलिन) पर पड़ता है। यह हार्मोन पर्याप्त वसा संग्रह का संकेत होता है और प्राकृतिक तरीके से भूख को दबाता है। यह हार्मोन मस्तिष्क को यह संकेत देता है कि अब कुछ खाना चाहिए। नींद पूरी न होने पर लेप्टिन का स्तर कम हो जाता है और भूख लगने लगती है। इसी स्थिति में भूख लगाने के लिए जिम्मेदार ग्रेलिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है और मस्तिष्क को भूख लगने का संकेत मिल जाता है, जिस कारण व्यक्ति ज्यादा खाता और नतीजा होता है मोटापा।


      बच्चों पर असर : आलम यह है कि बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी देर तक जागना महंगा पड़ सकता है चाहे वो फिर पढ़ाई करने के लिए ही क्यों न हो। रात भर जागने से भूख का अहसास खत्म नहीं होता और इसलिए लगातार खाने के कारण मोटापा बढ़ता रहता है।

      ऐसे में फिर मोटापे से छुटकारा पाने के लिए डाइटिंग व कई अन्य उपाय किए जाते हैं लेकिन सही नींद का तो किसी को ख्याल नहीं रहता। डाक्टरों का मानना है कि यह एक स्लीप डिस्आर्डर होता है जिसका सीधा संबंध मोटापे से होता है। नींद कम होने से शरीर अधिक कैलरी खत्म नहीं कर पाता और अतिरिक्त कैलरी वसा बनकर जमने लग जाती है व वजन घटाने की सारी मेहनत पर पानी फिर जाता है। ऐसे में अगर शरीर को सही रखना चाहते हैं तो समय पर सोएं व समय पर जागें।



      0 0

      पाप न करने का संकल्प

      एक दिन एक संत अपने प्रवचन में कह रहे थे- अतीत में तुमसे जो पाप हो गए हैं उनका प्रायश्चित करो और भविष्य में पाप न करने का संकल्प लो। प्रवचन समाप्त होने के बाद जब सभी लोग चले गए, एक व्यक्ति थोड़ा सकुचाते हुए संत के पास पहुंचा। उसने संत से पूछा- महाराज, मन में एक जिज्ञासा है। प्रायश्चित करने से पापों से छुटकारा कैसे पाया जा सकता है? संत ने उसे दूसरे दिन आने को कहा। दूसरे दिन वह उसे एक नदी के किनारे ले गए। नदी तट पर एक गड्ढे में भरा पानी सड़ रहा था, जिसके कारण उससे बदबू आ रही ती और उसमें कीड़े भी चल रहे थे। संत उस व्यक्ति को सड़ा पानी दिखाकर बोले-भइया, यह पानी देख रहे हो? बताओ यह क्यों सड़ा?

      व्यक्ति ने पानी को ध्यान से देखा और कहा-स्वामी जी, प्रवाह रुकने के कारण पानी एक जगह ठहर गया है और इस कारण सड़ रहा है। इस पर संत ने कहा- ऐसे ही सड़े हुए पानी की तरह पाप भी इकट्ठे हो जाते हैं और वे कष्ट पहुंचाते रहते हैं। जिस तरह वर्षा का पानी इस सड़े पानी को बहाकर हटा देता है और नदी को पवित्र बना देता है उसी प्रकार प्रायश्चित रूप अमृत वर्षा इन पापों को नष्ट कर मन को पवित्र बना देती है। इससे मन शुभ और सद्कार्यों के लिए तैयार हो जाता है। जब एक बार मन में परिवर्तन होता है तो व्यक्ति आगे कभी गलतियां नहीं दोहराता। इसलिए प्रायश्चित से व्यक्ति का अतीत और भविष्य दोनों ही पवित्र होते हैं ।
      0 0

      स्वदेशी लाजवाज नुस्खे

      सफेद बालों के लिए घरेलू नुस्खे ::बालखूबसूरती का पैमाना होते हैं और कई
      मामलों में सेहत का भी। लेकिन, आजकल प्रदूषण की मार हमारे बालों को भी प्रभावित कर रही है। और ऊपर से हानिकारक कैमिकल युक्त उत्पादों का इस्तेमाल बालों पर और भी बुरा असर डालते हैं। नतीजा, समय से
      पहले ही बाल पककर सफेद होने लगते हैं। लेकिन, बालों को वक्त से पहले ही सफेद होने से बचाने के लिए कई घरेलू नुस्खे बहुत कारगर साबित होते हैं। आइये दादी मां की पोटली से निकले कुछ ऐसे ही नस्खों के बारे में जानते हैं जो, वक्त से पहले आपके बालों को पकने से रोकेंगे।और सफेद बालों को काला करने में भी मदद करेंगे

      वो भी बिना हानिकारक केमिकल्स- प्याज का पेस्ट, वैरी बॅस्ट

      प्याज आपके सफेद बालों को काला करने में मदद करता है। कुछ दिनों तक
      रोजाना नहाने से कुछ देर पहले अपने बालों में प्याज का पेस्ट लगायें। इससे आपके सफेद बाल तो काले होने शुरू हो ही जाएंगे, लेकिन साथ ही बालों का गिरना भी रुक जाएगा।

      नींबू और आंवला करे कमाल

      बालों के लिए नींबू और आंवला कितने फायदेमंद है, यह बताने की जरूरत नहीं। विटामिन-सी से भरपूर ये दोनो पदार्थ बालों के लिए किसी अमृत से कम नहीं। अगर आप अपने सफेद बालों को काला करना चाह रहे हैं, तो नींबू
      के रस में आंवले का पेस्ट मिलाकर सिर पर लगायें। नियमित रूप से ऐसा करने से कुछ ही दिनों में आपके बाल काले होना शुरू हो जाएंगे। आंवला खाने के अलावा, आंवले के पाउडर में नींबू मिलाकर नियमित रूप से लगाएं। शैंपू के बाद आंवला पाउडर पानी में घोलकर लगाने से बालों की कंडीशनिंग तो होती ही है, साथ ही इनका रंग भी बरकरार रहता है।

      बालों के फायदेमंद है तिल

      तिल का तेल तो बालों के लिए अच्छा होता ही है साथ ही इसका सेवन
      भी बहुत लाभ पहुंचाता है। अगर आप अपने भोजन में तिल को शामिल कर लें
      तो आपके बाल लंबे समय तक काले और घने बने रहेंगे।

      दही और काली मिर्च

      सप्ताह में तीन-चार बार आधा कप दही में चुटकी भर काली मिर्च और चम्मच भर नींबू रस मिलाकर बालों में लगाएं। 15 मिनट बाद बाल धो लें। बाल सफेद से काले होने लगेंगे।

      घी की मालिश, बड़ी कमाल

      आपने अपने घर के बुजुर्गो को सिर पर देसी घी से मालिश करते हुए देखा होगा। भले ही आपको यह अजीब लगे, लेकिन घी से सिर की त्वचा को पोषण
      मिलता है। प्रतिदिन घी से सिर की मालिश करके भी बालों के सफेद होने
      की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है

      0 0

      Feetured Post

      सच्चे रिश्तों का सम्मान

       सफल गृहस्थ जिंदगी जी रही प्रिया की जिंदगी में पति आकाश के अलावा करण क्या आया, उसकी पूरी जिंदगी में तूफान आ गया। इसकी कीमत प्रिया ने क्या खो...