1) सब्जियों और फलों में कैलोरी कम होती है, इसलिए इनका
सेवन अधिक मात्रा में करें। केला और चीकू न खाएं। इनसे
मोटापा बढ़ता है। पुदीने की चाय बनाकर पीने से मोटापा
कम होता है।
2) खाने के साथ टमाटर और प्याज का सलाद काली मिर्च व
नमक डालकर खाएं। इनसे शरीर को विटामिन सी, विटामिन
ए, विटामिन के, आयरन, पोटैशियम, लाइकोपीन और ल्यूटिन
मिलेेगा। इन्हें खाने के बाद खाने से पेट जल्दी भर जाएगा और
वजन नियंत्रित हो जाएगा।
3) पपीता नियमित रूप से खाएं। यह हर सीजन में मिल जाता
है। लंबे समय तक पपीता के सेवन से कमर की अतिरिक्त चर्बी
कम होती है।
4) दही का सेवन करने से शरीर की फालतू चर्बी घट जाती है।
छाछ का भी सेवन दिन में दो-तीन बार करें।
5) छोटी पीपल का बारीक चूर्ण पीसकर उसे कपड़े से छान
लें। यह चूर्ण तीन ग्राम रोजाना सुबह के समय छाछ के साथ
लेने से बाहर निकला हुआ पेट अंदर हो जाता है।
6) आंवले व हल्दी को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बना लें।
इस चूर्ण को छाछ के साथ लेंं। कमर एकदम पतली हो जाएगी।
7) मोटापा कम नहीं हो रहा हो तो खाने में कटी हुई हरी
मिर्च या काली मिर्च को शामिल करके बढ़ते वजन पर काबू
पाया जा सकता है। एक रिसर्च में पाया गया कि वजन कम
करने का सबसे बेहतरीन तरीका मिर्च खाना है। मिर्च में पाए
जाने वाले तत्व कैप्साइसिन से भूख कम होती है। इससे ऊर्जा
की खपत भी बढ़ जाती है, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है।
8) दो बड़े चम्मच मूली के रस में शहद मिलाकर बराबर मात्रा
में पानी के साथ पिएं। ऐसा करने से 1 माह के बाद मोटापा
कम होने लगेगा।
9) मालती की जड़ को पीसकर शहद मिलाकर खाएं और
छाछ पिएं। प्रसव के बाद होने वाले मोटापे में यह रामबाण
की तरह काम करता हैै।
10) रोज सुबह-सुबह एक गिलास ठंडे पानी में दो चम्मच शहद
मिलाकर पिएं। इस घोल को पीने से शरीर से वसा की
मात्रा कम होती है।
11) ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाली वस्तुओं से परहेज करें।
ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाली वस्तुओं से परहेज करें। शक्कर,
आलू और चावल में अधिक कार्बोहाइड्रेट होता है। ये चर्बी
बढ़ाते हैं।
12) केवल गेहूं के आटे की रोटी की बजाय गेहूं, सोयाबीन और
चने के मिश्रित आटे की रोटी ज्यादा फायदेमंद है।
13) रोज पत्तागोभी का जूस पिएं। पत्तागोभी में चर्बी
घटाने के गुण होते हैं। इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म सही रहता
है।
14) एक चम्मच पुदीना रस को 2 चम्मच शहद में मिलाकर लेते
रहने से मोटापा कम होता है।
15) सुबह उठते ही 250 ग्राम टमाटर का रस 2-3 महीने तक
पीने से वसा में कमी होती है।
सेवन अधिक मात्रा में करें। केला और चीकू न खाएं। इनसे
मोटापा बढ़ता है। पुदीने की चाय बनाकर पीने से मोटापा
कम होता है।
2) खाने के साथ टमाटर और प्याज का सलाद काली मिर्च व
नमक डालकर खाएं। इनसे शरीर को विटामिन सी, विटामिन
ए, विटामिन के, आयरन, पोटैशियम, लाइकोपीन और ल्यूटिन
मिलेेगा। इन्हें खाने के बाद खाने से पेट जल्दी भर जाएगा और
वजन नियंत्रित हो जाएगा।
3) पपीता नियमित रूप से खाएं। यह हर सीजन में मिल जाता
है। लंबे समय तक पपीता के सेवन से कमर की अतिरिक्त चर्बी
कम होती है।
4) दही का सेवन करने से शरीर की फालतू चर्बी घट जाती है।
छाछ का भी सेवन दिन में दो-तीन बार करें।
5) छोटी पीपल का बारीक चूर्ण पीसकर उसे कपड़े से छान
लें। यह चूर्ण तीन ग्राम रोजाना सुबह के समय छाछ के साथ
लेने से बाहर निकला हुआ पेट अंदर हो जाता है।
6) आंवले व हल्दी को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बना लें।
इस चूर्ण को छाछ के साथ लेंं। कमर एकदम पतली हो जाएगी।
7) मोटापा कम नहीं हो रहा हो तो खाने में कटी हुई हरी
मिर्च या काली मिर्च को शामिल करके बढ़ते वजन पर काबू
पाया जा सकता है। एक रिसर्च में पाया गया कि वजन कम
करने का सबसे बेहतरीन तरीका मिर्च खाना है। मिर्च में पाए
जाने वाले तत्व कैप्साइसिन से भूख कम होती है। इससे ऊर्जा
की खपत भी बढ़ जाती है, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है।
8) दो बड़े चम्मच मूली के रस में शहद मिलाकर बराबर मात्रा
में पानी के साथ पिएं। ऐसा करने से 1 माह के बाद मोटापा
कम होने लगेगा।
9) मालती की जड़ को पीसकर शहद मिलाकर खाएं और
छाछ पिएं। प्रसव के बाद होने वाले मोटापे में यह रामबाण
की तरह काम करता हैै।
10) रोज सुबह-सुबह एक गिलास ठंडे पानी में दो चम्मच शहद
मिलाकर पिएं। इस घोल को पीने से शरीर से वसा की
मात्रा कम होती है।
11) ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाली वस्तुओं से परहेज करें।
ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाली वस्तुओं से परहेज करें। शक्कर,
आलू और चावल में अधिक कार्बोहाइड्रेट होता है। ये चर्बी
बढ़ाते हैं।
12) केवल गेहूं के आटे की रोटी की बजाय गेहूं, सोयाबीन और
चने के मिश्रित आटे की रोटी ज्यादा फायदेमंद है।
13) रोज पत्तागोभी का जूस पिएं। पत्तागोभी में चर्बी
घटाने के गुण होते हैं। इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म सही रहता
है।
14) एक चम्मच पुदीना रस को 2 चम्मच शहद में मिलाकर लेते
रहने से मोटापा कम होता है।
15) सुबह उठते ही 250 ग्राम टमाटर का रस 2-3 महीने तक
पीने से वसा में कमी होती है।