सफेद मूसली एक शक्तिवर्धक जड़ी बूटी है जो कि ज्यादातर यौन क्षमता को बढ़ाने के लिये प्रयोग की जाती है !
मगर ऐसा नहीं है कि इसका केवल एक ही काम हो ... ?
यह अन्य औषधीय गुणों से भी भरी हुई होती है !
मूसली में फिनोल - फ्रंक्टैंस - स्टेरायडल सैपोनिन्स - एसिटीलेटेड मननांस और प्रोटीन जैसे रासायनिक यौगिक होते हैं !
मगर ऐसा नहीं है कि इसका केवल एक ही काम हो ... ?
यह अन्य औषधीय गुणों से भी भरी हुई होती है !
मूसली में फिनोल - फ्रंक्टैंस - स्टेरायडल सैपोनिन्स - एसिटीलेटेड मननांस और प्रोटीन जैसे रासायनिक यौगिक होते हैं !
सफेद मूसली सुखा कर इसका चूर्ण दूध के साथ खाया जाए तो एक महीने के अंदर ही फायदा दिखना शुरु हो जाता है !
* यह शरीर की थकान मिटा कर ताकत बढ़ाने के लिये भी फायदेमंद है !
* यह पेशाब में जलन - गठिया - कैंसर - मधुमेह - एंटी - एजिंग दवा - स्तनपान करवाने वाली माताओं में ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिये और यहां तक कि बॉडी बिल्डिंग सप्पलीमेंट के रूप में भी प्रयोग की जाती है !
# यह कैसे काम करती है .... ?
सफेद मूसली में ऐसे रसायन होते हैं जो शरीर पर असर करते हैं - मूसली में एंटी - इन्फ्लैमटोरी जैसे गुण हैं जो यौन क्षमता को बढा सकती है !
सफेद मूसली में ऐसे रसायन होते हैं जो शरीर पर असर करते हैं - मूसली में एंटी - इन्फ्लैमटोरी जैसे गुण हैं जो यौन क्षमता को बढा सकती है !
* पेशाब में जलन :-
दूध में सफेद मूसली की जड़ों के चूर्ण के साथ इलायची मिला - दूध उबाल रोगी को दिन में दो बार पीने को दें !
दूध में सफेद मूसली की जड़ों के चूर्ण के साथ इलायची मिला - दूध उबाल रोगी को दिन में दो बार पीने को दें !
* पथरी :-
इंद्रायण की सूखी जड़ का चूर्ण और सफेद मूसली की जड़ों का चूर्ण बना - रोज सुबह मरीज़ को एक गिलास पानी में इन दोनों चूर्णों की एक एक ग्राम खुराक मिला कर 7 दिनों तक पिलाएं !
इस से पथरी गल कर बाहर निकल जाएगी !
इंद्रायण की सूखी जड़ का चूर्ण और सफेद मूसली की जड़ों का चूर्ण बना - रोज सुबह मरीज़ को एक गिलास पानी में इन दोनों चूर्णों की एक एक ग्राम खुराक मिला कर 7 दिनों तक पिलाएं !
इस से पथरी गल कर बाहर निकल जाएगी !
* बदन दर्द और थकान :-
सफेद मूसली की जड़ों का चूर्ण बना कर रोजाना सेवन करें - इससे शरीर में शक्ति आएगी और आपका मूड भी अच्छा बनेगा !
यह शरीर में खून के संचालन को तेज करती है जिससे शरीर एक्टिव बना रहता है
सफेद मूसली की जड़ों का चूर्ण बना कर रोजाना सेवन करें - इससे शरीर में शक्ति आएगी और आपका मूड भी अच्छा बनेगा !
यह शरीर में खून के संचालन को तेज करती है जिससे शरीर एक्टिव बना रहता है
* टेस्टोस्टेरोन लेवल बढाए :-
यह एक मेल हार्मोन होता है जो सेक्स क्षमता से संबन्धित है - मूसली टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ा कर यौन इच्छा की कमी को पूरी करती है !
यह एक मेल हार्मोन होता है जो सेक्स क्षमता से संबन्धित है - मूसली टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ा कर यौन इच्छा की कमी को पूरी करती है !
* महिलाओं के लिये :-
यह महिलाओं में यौन इच्छा में आई कमी को बढ़ाती है और Vagina का सूखापन भी खत्म करती है !
यह महिलाओं में यौन इच्छा में आई कमी को बढ़ाती है और Vagina का सूखापन भी खत्म करती है !
* बांझपन :-
बांझपन के लिये यह बहुत अच्छी है क्योंकि इससे स्पर्म काउंट - वीर्य की मात्रा बढ़ती है और बांझपन दूर होता है !
बांझपन के लिये यह बहुत अच्छी है क्योंकि इससे स्पर्म काउंट - वीर्य की मात्रा बढ़ती है और बांझपन दूर होता है !

![नारियल [Coconut ]
यह मूल रूप से प्रशांत महासागरीय द्वीप एवं म्यांमार , श्रीलंका एवं अन्य उष्णकटिबंधीय समुद्रतटवर्ती प्रदेशों में पाया जाता है | भारत में यह विशेषतः केरल , उड़ीसा , पश्चिम बंगाल , महाराष्ट्र , गुजरात एवं दक्षिण भारत में सर्वत्र पाया जाता है | जिस प्रकार देवताओं में श्री गणेश जी प्रथम प्रतिष्ठित किए गए हैं , ठीक उसी प्रकार फलों में नारियल का स्थान है | आठ यह श्रीफल कहलाता है | इसका पुष्पकाल एवं फलकाल वर्षपर्यंत तक होता है |
नारियल के पेड़ समुद्र के किनारे पर उगते हैं | लगभग ७ से ८ साल बाद इस पर फल लगते हैं | नारियल का फल और पानी खाने-पीने में शीतल होता है । नारियल में कार्बोहाइड्रेट और खनिज क्षार काफी मात्रा में पाया जाता है | इसमें विटामिन और अनेक लाभदायक तत्व मिलते हैं | नारियल के पानी में मैग्नीशियम और कैल्शियम भी होता है | सूखे नारियल में इन तत्वों की मात्रा कम होती है |
विभिन्न रोगों में नारियल से उपचार ----
१- नारियल-पानी पीने से उलटी आना और अधिक प्यास लगना कम हो जाता है |
२- नारियल के पानी में नमक डालकर पीने से पेट के दर्द में आराम मिलता है |
३-नारियल के तेल की सिर में मालिश करने से बालों का गिरना बंद हो जाता है |
४-प्रतिदिन नारियल पानी चेहरे पर लगाने से चेहरे के कील- मुँहासे , दाग- धब्बे और चेचक के निशान दूर हो जाते हैं |
५ -सूखे नारियल को घिसकर बुरादा बना लें , फिर एक कप पानी में एक चौथाई कप बुरादा भिगो दें | दो घंटे बाद इसे छानकर नारियल का बुरादा निकालकर पीस लें | इसकी चटनी-सी बनाकर भिगोए हुए पानी में घोलकर पी जाएँ | इस प्रकार इसे प्रतिदिन तीन बार पीने से खांसी , फेफड़ों के रोगऔर टी.बी. में लाभ होता है।|
६- नारियल के तेल और कपूर को मिलाकर एग्ज़िमा वाले स्थान पर लगाने से लाभ मिलता है |
७- शरीर के किसी भाग के जलने पर प्रतिदिन उस स्थान पर नारियल का तेल लगाने से जलन भी शांत होती है तथा निशान भी नहीं पड़ता है |](https://fbcdn-sphotos-d-a.akamaihd.net/hphotos-ak-xap1/t1.0-9/p417x417/10487323_790245704353344_1382354846504249316_n.jpg)