विवाह में गुणों का मिलान सच या मात्र एक ढकोसला"
जी हाँ! सही सुना आपने कि " विवाह में गुणों का मिलान सच या मात्र एक ढकोसला " जब भी कोई व्यक्ति अपने बच्चों या किसी के लिये शादी के रिश्ते की बात करने के लिये जाता है तो सबसे पहले तो आप ये पता लगाते हो कि लड़की और लड़के के नाम के अनुसार उनका विवाह बन रहा है या नहीं, अगर बन रहा है तो आप बात को आगे बढ़ाते हुए लड़की या लड़का देखने के लिए जाते हैं औऱ अगर नहीं बनता है तो आप बिना लड़की या लड़के को देखें ही उस रिश्ते के लिये मना कर देते हैं।क्या बात है, क्या मानसिकता है लोगों की, खैर चलिये बात को हम आगे बढाते हैं, चलिये जी जिसने इस रिश्ते को चलाया है उसका फोन दोनों घरों में जाता है कि जी बधाई हो लड़की और लड़के का नाम का मिलान हो गया है वो लोग कल परसों में लड़की या लड़के को देखने के लिए आ रहें हैं, दूसरी तरफ से जी बहुत बड़ियाँ बस अब ये रिश्ता हो जाये,जी समझिये कि हो ही गया,चलिये फिर मिलते हैं।चलिये जी नाम का मिलान तो हो गया है अब हम भी आगे बढ़ते हैं , लड़के के घर लड़की वाले पहुचते हैं और सारी औपचारिकताये पूरी करतें हैं, उसके बाद लड़के वाले लड़की के घर वालों के घर जाते हैं वो वहां की औपचारिकताये पूरी करते हैं, फिर दूसरी मुलाकात में लड़की और लड़के को मिलवा दिया जाता है कि वो दोनो भी एक दूसरे को देख लें समझ लें, लीजिये जनाब अब ये औपचारिकता भी पूरी हो गई।अब हम बात करतें हैं मैन मुद्दे की जी हाँ !मैन मुद्दा अरे वही मुद्दा जिस बारे में मैं आपसे बात कर रही थी , जी हाँ सही समझा आपने गुणों का मिलान। पता नही क्यों जब लोग लड़की और लड़का देख लेते हैं सब पसन्द हो जाता है सब सही लगता है तो ये गुणों का मिलान ,और कुंडली का मिलान क्या मायने रखता है। किसी कुंडली को बनाने के लिए बिल्कुन सही समय की जानकारी होना अति आवश्यक है माना कि आपको उसकी जानकारी है और उसी आधार पर ही आपने अपने बच्चों की कुंडलियाँ बनवायी हैं, पर क्या वो समय बिल्कुन सही हैं क्योंकि जहाँ तक मुझे पता है मैं जानती हूँ कुंडली बनाने में अगर एक सेकंड का भी अंतर हो जाये तो सारी ग्रह दशा बदल जाती है।खैर मैं बात कर रही हूँ गुणों के मिलान की लड़की और लड़के के कितने गुण मिल रहें हैं जितने ज्यादा गुण मिलेंगे उतना ज्यादा अच्छा होगा इनका रिश्ता , इनके वैवाहिक जीवन में उतनी ही ज्यादा खुशियाँ और सुख शांति रहेंगी ,आपको क्या लगता है कि इस बात में कितनी सच्चाई है , जी हाँ सच्चाई आप ऐसे क्यो चौक रहें हैं मैंने तो एक सीधा सा सवाल किया है कि विवाह के लिए जो गुणों का मिलान होता है उसमें कितनी सच्चाई है। इसके पहले आप पढ़ने के लिए आगे बढे उससे पहले एक बार मेरी बात पर गौर करते हुए सोचिये, कोई जवाब मिला शायद कुछ के मन मे कई सवाल हो तो कुछ के मन में कई जवाब । चलिये अब आगे बढ़ते हैं, जितना ज्यादा गुणों का मिलान होगा उतना ही फलित होगा विवाह, क्या बात है ।मेरी समझ मे तो ये बात नही आती है क्योंकि अगर ये बात सच है तो दुनियाँ का हर माँ बाप अपने बच्चों की शादी बहुत ही सोच समझकर, हर बात को जान परखकर ,गुणों के ज्यादा से ज्यादा मिलान कर के ही अपने बच्चों की शादी करतें हैं।फिर क्यों आज हर दूसरे वैवाहिक जीवन में तनाव है क्यों झगड़े हैं, क्यों प्यार कम हो रहा है,क्यों रिश्तों में अलगाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है, क्या कभी किसी ने सोचा? उन दोनों के गुण पूरे 36 के 36 मिल गये फिर भी आज वो अलग क्यों हैं?
ऐसा क्या हुआ कि शादी के 3-4महीनों के बाद से ही वो अलग हैं?
ऐसा क्या हुआ कि शादी के 3-4महीनों के बाद से ही वो अलग हैं?
जहाँ पूरे 36 गुणों के मिलान के बाद भी आज कहीं रिश्तों में अलगाव की स्थिति है तो कहीं सिर्फ कलह की स्थिति।मुझे तो मात्र ये एक ढोंग एक कोरी औपचारिकता ही लगती है जिसकी बलि चढ़ जाते है लड़के और लड़कियां।जी हाँ क्या है ये गुणों का मिलान और कुंडली का मिलान मन का एक भ्रम ही तो है,जिसे मिटाने के लिए हम बच्चों की जिंदगियों को दांव पर लगा देते हैं सबसे बड़ी बात जो मैं आप सब से बोलना कि एक सुखी वैवाहिक जीवन के लिए जिन गुणों का मिलान होना चाहिए वो मेरी नज़रों में ये हैं-
1- आपसी समझ (एक दूसरे को आप इतना समझने लगो कि बिन बोले आप एक दूसरे की मन की बात समझ लो।)
2- विश्वास ( किसी भी रिश्ते को बनाये रखने के लिए ये सबसे ज्यादा जरूरी है कि दोनों के बीच का विश्वास का रिश्ता बहुत ही मजबूत हो, जो किसी भी प्रकार की बातों पर आकर ना टूटे।)
3- सम्मान ( वैसे तो हर रिश्ते में सम्मान का होना अतिआवश्यक है पर पति और पत्नी के रिश्ते में तो एक दूसरे के लिए सम्मान की भावना अगर हो तो उनका रिश्ता और भी मजबूत हो जाता है, क्योंकि एक पत्नी अपने पति की आँखों में हमेशा ही अपने लिए सम्मान देखना चाहती है।)
4- दिलों का मेल (अगर एक दूसरे का आपस मे दिल मिल गया तो वो सबसे बड़ा मिलान है,उसके समक्ष किसी और चीज़ का मिलाप का तो कोई मोल ही नही है,दिलो का मिलान ही सबसे बड़ा मिलन है।)
5 - प्यार ( प्यार हर मर्ज की दवा है,प्यार में वो जादू है जो पत्थर दिल इंसान को भी पिघला देती है।)
6 - समय ( जी हाँ समय जो आज हर कोई अपनी पत्नी या पति को नही दे पाते हैं, थोड़ा समय एक दूसरे को दीजिये , कुछ अपनी कहिये कुछ उनकी सुनिये।)बस कुछ ऐसी ही छोटी छोटी बातें हैं जो किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए काफ़ी हैं, अगर ये गुण आपके मिल गए तो कभी किसी भी आपके रिश्ते में टकराव या अलगाव की स्थिति ही नहीं आएगी ,बाकी गुणों का मिलान और कुंडली का मिलान कोरी मन वहम मात्र है,बस किसी भी रिश्ते की शुरुआत होने से पहले अगर आपके आपस मे ये गुण मिल गए तो समझ लिजियेगा कि आपके रिश्ते का भविष्य काफ़ी सुनहरा है।
आपको क्या लगता है कि मेरे ये विचार सही हैं, जरूर बताएं और साथ में ये भी बताए कि रिस्ते में मजबूती के लिए किन गुणों का मिलान होना आवश्यक है उन 36 गुणों और कुंडली का मिलान होना आवश्यक है या उन गुणों का जो किसी भी रिस्ते के लिए जरूरी है, आपकी नज़रों में ऐसे कौन से गुणों का होना जरूरी है जरूर बताएं।..
शुक्रिया🙏✍️
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