पेठा मिर्गी की सर्वश्रेष्ठ घरेलू चिकित्सा में से एक है Petha is one of the best home remedies for epilepsy

पेठा मिर्गी की सर्वश्रेष्ठ घरेलू चिकित्सा में से एक है Petha is one of the best home remedies for epilepsy

मिर्गी रोग होने के और भी कई कारण हो सकते हैं जैसे- बिजली का झटका लगना, नशीली दवाओं का अधिक सेवन करना, किसी प्रकार से सिर में तेज चोट लगना, तेज बुखार तथा एस्फीक्सिया जैसे रोग का होना आदि। इस रोग के होने का एक अन्य कारण स्नायु सम्बंधी रोग, ब्रेन ट्यूमर, संक्रमक ज्वर भी है। वैसे यह कारण बहुत कम ही देखने को मिलता है।

मिर्गी एक ऐसी बीमारी है जिसे लेकर लोग अक्सर बहुत ज्यादा चिंतित रहते हैं। हालांकि रोग चाहे जो भी हो, हमेशा परेशान करने वाली तथा घातक होती है। इसलिए हमें किसी भी मायने में किसी भी रोग के साथ कभी भी बेपरवाह नहीं होना चाहिए। खासतौर पर जब बात मिर्गी जैसे रोगों की हो तो हमें और भी सतर्क रहना चाहिए।
मिर्गी के रोगी अक्सर इस बात से परेशान रहते हैं कि वे आम लोगों की तरह जीवन जी नहीं सकते। उन्हें कई चीजों से परहेज करना चाहिए। खासतौर पर अपनी जीवनशैली में आमूलचूल परिवर्तन करना पड़ता है जिसमें बाहर अकेले जाना प्रमुख है।
यह रोग कई प्रकार के ग़लत तरह के खान-पान के कारण होता है। जिसके कारण रोगी के शरीर में विषैले पदार्थ जमा होने लगते हैं, मस्तिष्क के कोषों पर दबाब बनना शुरू हो जाता है और रोगी को मिर्गी का रोग हो जाता है।

दिमाग के अन्दर उपलब्ध स्नायु कोशिकाओं के बीच आपसी तालमेल न होना ही मिर्गी का कारण होता है। हलांकि रासायनिक असंतुलन भी एक कारण होता है।

अंगूर का रस मिर्गी रोगी के लिये अत्यंत उपादेय उपचार माना गया है। आधा किलो अंगूर का रस निकालकर प्रात:काल खाली पेट लेना चाहिये। यह उपचार करीब ६ माह करने से आश्चर्यकारी सुखद परिणाम मिलते हैं।

मिट्टी को पानी में गीली करके रोगी के पूरे शरीर पर प्रयुक्त करना अत्यंत लाभकारी उपचार है। एक घंटे बाद नहालें। इससे दौरों में कमी होकर रोगी स्वस्थ अनुभव करेगा।

मानसिक तनाव और शारिरिक अति श्रम रोगी के लिये नुकसान देह है। इनसे बचना जरूरी है।

मिर्गी रोगी को २५० ग्राम बकरी के दूध में ५० ग्राम मेंहदी के पत्तों का रस मिलाकर नित्य प्रात: दो सप्ताह तक पीने से दौरे बंद हो जाते हैं। जरूर आजमाएं।

रोजाना तुलसी के २० पत्ते चबाकर खाने से रोग की गंभीरता में गिरावट देखी जाती है।

पेठा मिर्गी की सर्वश्रेष्ठ घरेलू चिकित्सा में से एक है। इसमें पाये जाने वाले पौषक तत्वों से मस्तिष्क के नाडी-रसायन संतुलित हो जाते हैं जिससे मिर्गी रोग की गंभीरता में गिरावट आ जाती है। पेठे की सब्जी बनाई जाती है लेकिन इसका जूस नियमित पीने से ज्यादा लाभ मिलता है। स्वाद सुधारने के लिये रस में शकर और मुलहटी का पावडर भी मिलाया जा सकता है।

गाय के दूध से बनाया हुआ मक्खन मिर्गी में फ़ायदा पहुंचाने वाला उपाय है। दस ग्राम नित्य खाएं।

गर्भवती महिला को पड़ने वाला मिर्गी का दौरा जच्चा और बच्चा दोनों के लिए तकलीफदायक हो सकता है। उचित देखभाल और योग्य उपचार से वह भी एक स्वस्थ शिशु को जन्म दे सकती है।

मिर्गी की स्थिति में गर्भ धारण करने में कोई परेशानी नहीं है। इस दौरान गर्भवती महिलाएं डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयां लें। मां के रोग से होने वाले बच्चे पर कोई असर नहीं पड़ता। गर्भवती महिला समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराती रहें, पूरी नींद लें, तनाव में न रहें और नियमानुसार दवाइयां लेती रहें। इससे उन्हें मिर्गी की परेशानी नहीं होगी। गर्भवती महिला के साथ रहने वाले सदस्यों को भी इस रोग की थोड़ी जानकारी होना आवश्यक है।
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चुकंदर



चुकंदर एक ऐसी सब्जी है जिसे बहुत से लोग नापसंद करते हैं. इसके रस को पीने से न केवल शरीर में रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं. यदि आप इस सब्जी से नफरत करते हैं तो जरा एक बार इसके फायदों के बारे में जरूर पढ़ लें.

शायद कम लोग ही जानते हैं कि चुकंदर में लौह तत्व की मात्रा अधिक नहीं होती है, किंतु इससे प्राप्त होने वाला लौह तत्व उच्च गुणवत्ता का होता है, जो रक्त निर्माण के लिए विशेष महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि चुकंदर का सेवन शरीर से अनेक हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में बेहद लाभदायी है।

ऐसा समझा जाता है कि चुकंदर का गहरा लाल रंग इसमें लौह तत्व की प्रचुरता के कारण है, बल्कि सच यह है कि चुकंदर का गहरा लाल रंग इसमें पाए जाने वाले एक रंगकण (बीटा सायनिन) के कारण होता है। एंटी ऑक्सीडेंट गुणों के कारण ये रंगकण स्वास्थ्य के लिए अच्छे माने जाते हैं।

एनर्जी बढ़ाये : यदि आपको आलस महसूस हो रही हो या फिर थकान लगे तो चुकंदर का जूस पी लीजिये. इसमें कार्बोहाइड्रेट होता है जो शरीर यह पानी फोड़े, जलन और मुहांसों के लिए काफी उपयोगी होता है. खसरा और बुखार में भी त्वचा को साफ करने में इसका उपयोग किया जा सकता है.

पौष्टिकता से भरपूर : यह प्राकृतिक शर्करा का स्रोत होता है. इसमें कैल्शियम, मिनरल, मैग्नीशियम, आयरन, सोडियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, क्लोरीन, आयोडीन, और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन पाये जाते हैं. इसलिए घर पर इसकी सब्जी बना कर अपने बच्चों को जरूर से खिलाएं.हृदय के लिए : चुकंदर का रस हाइपरटेंशन और हृदय संबंधी समस्याओं को दूर रखता है. खासकर के चुंकदर के रस का सेवन करने से व्यक्ति में रक्त संचार काफी बढ़ जाता है. रक्त की धमनियों में जमी हुई चर्बी को भी इसमें मौजूद बेटेन नामक तत्व जमने से रोकता है.

स्वास्थ्यवर्धक पेय : जो लोग जिम में जी तोड़ कर वर्कआउट करते हैं उनके लिये चुकंदर का जूस बहुत फायदेमंद है. इसको पीने से शरीर में एनर्जी बढ़ती है और थकान दूर होती है. साथ ही अगर हाई बीपी हो गया हो तो इसे पीने से केवल 1 घंटे में शरीर नार्मल हो जाता है.
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विविध धर्मों का फल!

दान-धर्म पालन करने से सभी कामनाओं की प्राप्ति हो जाती है! --" दानें सर्वकामानवाप्रोति ! " [ वसिष्ठ ] 
ब्रह्मचर्य धाम का पालन करने से सुन्दर रूप प्राप्त होता है और व्यक्ति चिरजीवी होता है!___ " चिरजीवित्वं ब्रह्मचारी "! [ वसिष्ठ ] 
अहिंसा-धर्म का पालन करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है__ " अहिंस्युपपद्यते स्वर्गम!" 
सब प्रकार से अभय दान देनेवाला स्मृतिमान और मेधावी होता है___ " स्मृतिमान मेधावी सर्वतोsभयदाता! "
यदि विद्वान व्यक्ति साधु-महात्मा या योगीजनों द्वारा अभिमत अथवानिर्दिष्ट धर्ममय अचार-पद्धति का अनुपालन करता है तो उसके लिये ऐसे धर्म का पालन आत्यंतिक फलप्रद हो जाता है, उकेर लिये संसार छूट जाता हैऔर वह मोक्ष-पद को प्राप्त कर लेता है!!
" आत्यन्तिकफलप्रदं मोक्षं संसारमोचनम!
योगिनां सम्मतं विद्वनाचारमनुवर्तते !!" [ वसिष्ठ ]
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4 बूंद नाक में डालो, बेहोश व्यक्ति तत्काल होश में आएगा



प्रकृति ने मनुष्य को ऐसे-ऐसे वरदानों से नवाजा है कि वह चाहे तो भी जीवनभर उनसे उऋण नहीं हो सकता है। तुलसी भी ऐसा ही एक अनमोल पौधा है जो प्रकृति ने मनुष्य को दिया है। सामान्य से दिखने वाले तुलसी के पौधे में अनेक दुर्लभ और बेशकीमती गुण पाए जाते हैं। आइये जाने कि तुलसी का पूज्यनीय पौधा हमारे किस-किस काम आ सकता है-

- शरीर के वजन को नियंत्रित रखने हेतु भी तुलसी अत्यंत गुणकारी है।

- इसके नियमित सेवन से भारी व्यक्ति का वजन घटता है एवं पतले व्यक्ति का वजन बढ़ता है यानी तुलसी शरीर का वजन आनुपातिक रूप से नियंत्रित करती है।

- तुलसी के रस की कुछ बूंदों में थोड़ा-सा नमक मिलाकर बेहोंश व्यक्ति की नाक में डालने से उसे शीघ्र होश आ जाता है।
- चाय(बिना दूध की)बनाते समय तुलसी के कुछ पत्ते साथ में उबाल लिए जाएं तो सर्दी, बुखार एवं मांसपेशियों के दर्द में राहत मिलती है।

- 10 ग्राम तुलसी के रस को 5 ग्राम शहद के साथ सेवन करने से हिचकी एवं अस्थमा के रोगी को ठीक किया जा सकता है।

- तुलसी के काढ़े में थोड़ा-सा सेंधा नमक एवं पीसी सौंठ मिलाकर सेवन करने से कब्ज दूर होती है।

- दोपहर भोजन के पश्चात तुलसी की पत्तियां चबाने से पाचन शक्ति मजबूत होती है।

- 10 ग्राम तुलसी के रस के साथ 5 ग्राम शहद एवं 5 ग्राम पिसी कालीमिर्च का सेवन करने से पाचन शक्ति की कमजोरी समाप्त हो जाती है।

- दूषित पानी में तुलसी की कुछ ताजी पत्तियां डालने से पानी का शुद्धिकरण किया जा सकता है।


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कच्चे प्याज के कुछ स्वास्थ्य लाभ



एनीमिया ठीक करे-
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प्याज काटते वक्त आंखों से आंसू टपकते हैं,
ऐसा प्याज में मौजूद सल्फर की वजह से होता है
जो नाक के दृारा शरीर में प्रेवश करता है। इस
सल्फर में एक तेल मौजूद होता है
जो कि एनीमिया को ठीक करने में सहायक
होता है। खाना पकाते वक्त यही सल्फर जल
जाता है, तो ऐसे में कच्चा प्याज खाइये।

कब्ज दूर करे-
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इसमें मौजूद रेशा पेट के अंदर के चिपके हुए भोजन
को निकालता है जिससे पेट साफ हो जाता है,
तो यदि आपको कब्ज की शिकायत है
तो कच्चा प्याज खाना शुरु कर दीजिये।

गले की खराश मिटाए-
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यदि आप सर्दी, कफ या खराश से पीडित हैं
तो आप ताजे प्याज का रस पीजिये। इमसें गुड
या फिर शहद मिलाया जा सकता है।

ब्लीडिंग समस्या दूर करे-
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नाक से खून बह रहा हो तो कच्चा प्याज काट
कर सूघ लीजिये। इसके अलावा यदि पाइल्स
की समस्या हो तो सफेद प्याज खाना शुरु कर दें।

मधुमेह करे कंट्रोल-
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यदि प्याज को कच्चा खाया जाए तो यह शरीर
में इंसुलिन उत्पन्न करेगा, तो यदि आप
डायबिटिक हैं तो इसे सलाद में खाना शुरु कर दें।

दिल की सुरक्षा-
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कच्चा प्याज हाई ब्लड प्रेशर को नार्मल करता है
और बंद खून की धमनियों को खोलता है जिससे
दिल की कोई बीमारी नहीं होती।

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करे-
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इसमें मिथाइल सल्फाइड और अमीनो एसिड
होता है जो कि खराब कोलेस्ट्रॉल को घटा कर
अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढाता है।

कैंसर सेल की ग्रोथ रोके-
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प्याज में सल्फर तत्व अधिक होते हैं। सल्फर शरीर
को पेट, कोलोन, ब्रेस्ट, फेफडे और प्रोस्टेट कैंसर से
बचाता है। साथ ही यह मूत्र पथ संक्रमण
की समस्या को भी खत्म करता है।
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मूंगफली



सर्दियों के मौसम में गर्मागर्म मूंगफली का स्वाद ही कुछ और होता है लेकिन बात जब आपकी सेहत से जुड़ी हो तो इसके फायदों की कोई कमी नहीं है।
मूंगफली के फायदों से पहले बात करते हैं इसमें मौजूद पोषक तत्वों की। करीब 100 ग्राम मूंगफली में आपको 567 कैलोरी, 49 ग्राम फैट्स जिसमें सात ग्राम सैचुरेटेड 40 ग्राम अनसैचुरेटेड फैट्स, जीरो कोलेस्ट्रॉल, सोडियम 18 मिलीग्राम, पोटैशियम 18 मिलीग्राम, कार्बोहाइड्रेट, फोलेट, विटामिन्स, प्रोटीन, फाइबर आदि अच्छी मात्रा में हैं।
फर्टिलिटी बढ़ती है
मूंगफली में फोलेट अच्छी मात्रा में है। कई शोधों में माना जा चुका है कि जो महिलाओं 700 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड वाली डाइट का सेवन करती हैं उनके गर्भवती होने व गर्भस्थ शिशुओं की सेहत में 70 प्रतिशत तक का फायदा होता है।
ब्लड शुगर पर नियंत्रण
एक चौथाई कप मूंगफली के सेवन से शरीर को 35 प्रतिशत तक मैगनीज मिलता है जो फैट्स पर नियंत्रण और मेटाबॉलिज्म ठीक रखता है। इसका नियमित सेवन खून में शुगर की मात्रा संतुलित रखता है।
तेज दिमाग के लिए
मूंगफली में विटामिन बी3 अच्छी मात्रा में है जो दिमाग के लिए फायदेमंद है। यह याददाश्त बढ़ाने में काफी मददगार है।
स्टोन से छुटकारा
कई शोधों में यह प्रमाणित हो चुका है कि एक मुट्ठी मूंगफली का नियमित सेवन गॉल ब्लैडर में स्टोन के रिस्क को 25 प्रतिशत कम करता है।
द‌िल के दौरे से बचाव
मूंगफली में मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में होते हैं जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा, यह धमनियों के ब्लॉकेज के रिस्क को भी कम करने में मदद करता है।
वजन घटाने में फायदेमंद
शोधों में मानी जा चुका है कि जो लोग रोज मूंगफली का सेवन करते हैं उन्हें वजन घटाने में दूसरों की अपेक्षा दोगुनी आसानी होती है।



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पेट दर्द के लिए घरेलू उपचार home remedies for stomach ache


पेट दर्द मे हींग का प्रयोग
लाभकारी होता है। 2 ग्राम
हींग थोड़े पानी के साथ पीसकर
पेस्ट बनाएं। नाभी पर और उसके
आस-पास यह पेस्ट लगाए।
अजवाइन को तवे पर सेक लें और
काले नमक के साथ पीसकर पाउडर
बनाएं। 2-3 ग्राम गर्म पानी के
साथ दिन में 3 बार लेने से पेट
का दर्द दूर होता है।
जीरे को तवे पर सेकें और 2-3
ग्राम की मात्रा गर्म पानी के
साथ दिन में 3 बार लें। इसे चबाकर
खाने से भी लाभ होता है।
पुदिने और नींबू का रस एक-एक
चम्मच लें। अब इसमें आधा चम्मच
अदरक का रस और
थोडा सा काला नमक मिलाकर
उपयोग करें। दिन में 3 बार
इस्तेमाल करें, पेट दर्द में आराम
मिलेगा।
सूखी अदरक मुंह में रखकर चूसने से
भी पेट दर्द में राहत मिलती है।
[इसे भी पढ़े : लौंग के फायदे]
बिना दूध की चाय पीने से
भी कुछ लोग पेट दर्द में आराम
महसूस करते हैं।
अदरक का रस नाभी स्थल पर
लगाने और हल्की मालिश करने से
पेट दर्द में लाभ होता है।
अगर पेट दर्द
एसिडीटी (अम्लता) से
हो रहा हो तो पानी में
थोड़ा सा मीठा सोडा डालकर
पीने से फ़ायदा होता है।
पेट दर्द निवारक चूर्ण बनाएं।
इसके लिए भुना हुआ जीरा,
काली मिर्च, सौंठ, लहसून,
धनिया, हींग
सूखी पुदीना पत्ती,
सबकी बराबर मात्रा लेकर
बारिक चूर्ण बनाएं। इसमें
थोडा सा काला नमक
भी मिलाएं। खाने के बाद एक
चम्मच थोड़े से गर्म पानी के साथ
लें। पेट दर्द में आशातीत
लाभकारी है।
एक चम्मच शुद्ध घी में हरे धनियें
का रस मिलाकर लेने से पेट
की व्याधि दूर होती है।
अदरक का रस और अरंडी का तेल
प्रत्येक एक-एक चम्म च मिलाकर
दिन में 3 बार लेने से पेट दर्द दूर
होता है।
[इसे भी पढ़े : अदरक के फायदे]
अदरक का रस एक चम्मच, नींबू
का रस 2 चम्मच लेकर उसमें
थोडी सी शक्कदर मिलाकर
प्रयोग करें। पेट दर्द में लाभ
होगा। दिन में 2-3 बार ले सकते
हैं।
अनार पेट दर्द मे फ़ायदेमंद है।
अनार के बीज निकालें।
थोडी मात्रा में नमक और
काली मिर्च का पाउडर डालें।
और दिन में दो बार लेते रहें।
मेथी के बीज पानी में भिगोएं।
पीसकर पेस्ट बनाएं। और इस पेस्ट
को 200 ग्राम दही में मिलाकर
दिन में दो बार लेने से पेट के
विकार नष्ट होते हैं।
इसबगोल के बीज दूध में 4 घंटे
भिगोएं। रात को सोते समय लेते
रहने से पेट में मरोड का दर्द और
पेचिश ठीक होती है।
सौंफ़ में पेट का दर्द दूर करने के
गुण होते है। 15 ग्राम सौंफ़ रात
भर एक गिलास पानी में भिगोएं।
छानकर सुबह खाली पेट पीयें।
बहुत गुणकारी उपचार है।
आयुर्वेद के अनुसार हींग दर्द
निवारक और पित्तवर्द्धक
होती है। छाती और पेट दर्द में
हींग का सेवन बेहद
लाभकारी होता है। छोटे
बच्चों के पेट में दर्द होने पर एकदम
थोडी सी हींग को एक चम्मच
पानी में घोलकर पका लें। फिर
बच्चे की नाभि के चारों लगा दें।
कुछ देर बाद दर्द दूर हो जाता है।
नींबू के रस में काला नमक,
जीरा, अजवायन चूर्ण मिलाकर
दिन में तीन बार पीने से पेट दर्द से
आराम मिलता है।
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प्याज के फायदे



प्याज के फायदे बहुत होते हैं और यह बहुत ही शानदार घरेलू नुस्खा है। प्याज खाने को स्वादिष्ट बनाने का काम तो करता ही है साथ ही यह एक बेहतरीन औषधि भी है। कई बीमारियों में यह रामबाण दवा के रूप में काम करता है। प्याज का प्रयोग खाने में बहुत किया जाता है। प्याज सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। प्याज लू की रामबाण दवा है। आंखों के लिए यह बेहतरीन औषधि है। प्याज में केलिसिन और रायबोफ्लेविन (विटामिन बी) पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। आइए हम आपको बताते हैं कि प्याज आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है। प्याज के लाभ – लू लगने पर – गर्मियों के मौसम में प्याज खाने सू लू नहीं लगती है। लू लगने पर प्याज के दो चम्मच रस को पीना चाहिए और सीने पर रस की कुछ बूंदों से मालिश करने पर फायदा होता है। एक छोटा प्याज साथ में रखने पर भी लू नहीं लगती है। बालों के लिए – बाल गिरने की समस्या से निजात पाने के लिए प्याज बहुत ही असरकारी है। गिरते हुए बालों के स्थान पर प्याज का रस रगडने से बाल गिरना बंद हो जाएंगे। इसके अलावा बालों का लेप लगाने पर काले बाल उगने शुरू हो जाते हैं। पेशाब बंद होने पर – अगर पेशाब होना बंद हो जाए तो प्याज दो चम्मच प्याज का रस और गेहूं का आटा लेकर हलुवा बना लीजिए। इसको गर्म करके पेट पर इसका लेप लगाने से पेशाब आना शुरू हो जाता है। पानी में उबालकर पीने से भी पेशाब संबंधित समस्या समाप्त हो जाती है। जुकाम के लिए – प्याज गर्म होती है इसलिए सर्दी के लिए बहुत फायदेमंद होती है। सर्दी या जुकाम होने पर प्याज खाने से फायदा होता है। उम्र के लिए – प्याज खाने से कई शारीरिक बीमारियां नहीं होती हैं। इसके आलावा प्याज कइ बीमारियों को दूर भगाता है। इसलिए यह कहा जाता है कि प्याज खाने से उम्र बढती है, क्योंकि इसके सेवन से कोई बीमारी नहीं होती और शरीर स्वस्थ्य रहता है। पथरी के लिए – अगर आपको पथरी की शिकायत है तो प्याज आपके लिए बहुत उपयोगी है। प्याज के रस को चीनी में मिलाकर शरबत बनाकर पीने से पथरी की से निजात मिलता है। प्याज का रस सुबह खाली पेट पीने से पथरी अपने- आप कटकर प्यास के रास्ते से बाहर निकल जाती है। गठिया के लिए – गठिया में प्याज बहुत ही फायदेमंद होता है। गठिया में सरसों का तेल व प्याज का रस मिलाकर मालिश करें, फायदा होगा। यौन शक्ति के लिए – प्याज खाने से शरीर की सेक्स क्षमता बढती है। शारीरिक क्षमता को बढाने के लिए पहले से ही प्याज का इस्तेमाल होता आया है। प्याज आदमियों के लिए सेक्स पॉवर बढाने का सबसे अच्छा टॉनिक है। इसके अलावा प्याज कई अन्य सामान्य शारीरिक समस्याओं जैसे – मोतियाबिंद, सिर दर्द, कान दर्द और सांप के काटने पर भी प्रयोग किया जाता है। प्याज का पेस्ट लगाने से फटी एडियों को राहत मिलती है।
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अनमोल बोल



1. अश्रु कायर बहाते हैं।
अतः साहसी बनें और किसी अवसर के
खो जाने पर कभी भी आँसू न बहायें।
2. दूसरों की शिकायत करने
वाला व्यक्ति हमेशा अशांत रहता है
और कभी भी सफल नहीं हो पाता।
सफलता और शांति पाने के
लिये बेहतर है कि स्वयं को बदलें।
3. स्वर्ग में जाकर गुलामी बनने
की अपेक्षा नर्क में जाकर
राजा बनना बेहतर है।
4. भले ही आपका जन्म सामान्य हो,
आपकी मृत्यु इतिहास बन
सकती है।
5. अन्धेरी रात के बाद चमकीला सुबह
अवश्य ही आता है।
6. ‘आँखों से देखा’ एक बार
अविश्वसनीय हो सकता है किन्तु
‘अनुभव से सीखा’
कभी भी अविश्वसनीय
नहीं हो सकता।
7. कल की असफलता वह बीज है जिसे
आज बोने पर आने वाले
कल में सफलता का फल मिलता है।
8. भूत इतिहास होता है, भविष्य रहस्य
होता है और वर्तमान
ईश्वर का वरदान होता है।
9. कोई भी कार्य सही या गलत
नहीं होता, हमारी सोच उसे
सही या गलत बनाती है।
10. दूसरों की गलती निकालना बहुत
सरल है पर स्वयं
की गलती निकालना बहुत दुष्कर है।
11.
यदि किसी समस्या को सुलझाया जा सकता है
तो फिर
फिक्र करने की क्या आवश्यकता है और
यदि नहीं सुलझाया जा सकता तो फिर
फिक्र करने से
क्या फायदा है?
12. सद्कार्य वे फूल हैं जिनसे प्रेम
की माला बनती है।
13. हर अच्छा कार्य आरम्भ में असम्भव
होता है।
14. जो कार्य आज हमें सरल लगते हैं
वही कभी हमारे लिए
ही कठिन थे।
15. सच्ची खुशी तब मिलती है जब
आपके कार्य तथा वाणी से
स्वयं के साथ दूसरों को भी लाभ
मिलता है।
16. जहाँ प्रेम है वहीं जीवन है।
17. हम किसी बड़ी खुशी के इंतजार में
छोटी-
छोटी खुशियों को अनदेखा कर देते हैं,
छोटी-
छोटी खुशियों का आनन्द लीजिए,
एक दिन
वही छोटी छोटी खुशियाँ आपको बड़ी खुशी लगने
लगेगी।
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गीले फ़ोन को खराब होने से बचने का तरीका



अगर आपका फोन धोखे से गीला हो गया है तो उसे सुखाने के लिए आप क्‍या करते हैं, मोबाइल फोन एक ऐसा गैजेट है जिसे आप चाहें तो कहीं भी इस्‍तेमाल कर सकते हैं जैसे बाथरूम, किचन, गार्डेन में ऐसे मे मोबाइल के भीगने का खतरा दुगना रहता है। अगर बरसात का मौसम हो तब तो मोबाइल फोन का खास ध्‍यान रखना चाहिए। काफी लोगों से इस बारे में बात करने पर पता चला ज्‍यादातर लोग अपने फोन को धूप में रख देते हैं लेकिन बाद में उनका फोन तो सही काम करने लगता है लेकिन स्‍क्रीन खराब हो जाती है। ऐसे ही कई लोग फोन को सुखाने के लिए अनोखे तरीके अपनाते हैं। जैसे ओवन में फोन को रख कर सुखाना, हीटर के ऊपर रखना। लेकिन ये सभी तरीके आपके फोन को खराब कर सकते हैं हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं

जिनकी मदद से आप बिना किसी नुकसान के अपना फोन सुखा सकते हैं। how dry cell phone with rice फोन को सुखाने से पहले कुछ बातों का ध्‍यान रखें सबसे पहले अपने फोन को स्‍विच ऑफ कर दें। फोन भीग जाने पर कभी भी उसे ऑन करने की कोशिश न करें फोन में अंतर शार्ट सर्किट हो सकता है। फोन स्‍विच ऑफ करने के बाद उसके बैक पैनल को ओपेन करें और बैटरी, सिम कि अलावा मैमोरी कार्ड अलग कर दें। अगर आपके पास टिशू पेपर है और फोन के ऊपरी भाग में पानी दिख रहा हो तो टिशू पेपर से उसे साफ कर दें। लेकिन ध्‍यान से टिशू पेपर पानी में रखते ही अपने आप पानी सोख लेगा कभी भी पेपर को फोन की चिप में रगड़े नहीं। अब एक बॉउल में चावल ले भर कर लें, चावल सभी लोगों के घर में आसानी से उपलब्‍ध रहता है। बाउल में भरे चावल में अपने फोन की बैटरी, सिम, और फोन को रख दे, फोन को चावल के थोड़ा अंदर तक रखें। अब बाउल को थोड़ी देर के लिए धूप में रख दें, इससे आपका फोन धूप में खराब भी नहीं होगा और चावल गर्म होने के से फोन के अंदर का पानी सूख जाएगा। धूप में थोड़ी देर रखने के बाद आप अपने फोन को चावल से निकाल कर ध्‍यान से देख लें कि फोन के ऑडियो पोर्ट में और जैक में चावल के दाने तो नहीं चले गए है। जैक और पोर्ट चेक करने के बाद फोन में बैटरी और सिम लगाकर ऑन करके देखें आपको फोन पहले की तरह काम करने लगेगा....
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Feetured Post

रिश्तों की अहमियत

 मैं घर की नई बहू थी और एक प्राइवेट बैंक में एक अच्छे ओहदे पर काम करती थी। मेरी सास को गुज़रे हुए एक साल हो चुका था। घर में मेरे ससुर और पति...