Thoughts that will give you the courage to win in every situation -विचार जो आपको देंगे हर हालत में जीतने का जज्बा

Thoughts that will give you the courage to win in every situation -

विचार जो आपको देंगे हर हालत में जीतने का जज्बा 

 सफलता आती है जब मेहनत और लगन का सही मिश्रण हो। सफलता पाने के लिए कार्य करने होते हैं। आज के जीवन में हर कोई सफल बनना चाहता है। चाहे वह स्कूल हो ऑफिस हो अपने करियर में हर कोई हर क्षेत्र में सफल बनना चाहता है। लेकिन जीवन में सफलता पाने का रास्ता बहुत ही कठिन होता है अगर बीच में थोड़ी सी भी नकारात्मक बातें आ जाती है तो हम रास्ता भटक जाते हैं, आगे बढ़ने का हौसला टूट जाता है। परंतु अगर हम सकारात्मक सोचते हैं, तो हम जीवन में आगे प्रगति कर सकते हैं। यदि कामयाब होना चाहते हैं तो आइये जाने सफलता के अनमोल विचार।

Thoughts that will give you the courage to win in every situation -विचार जो आपको देंगे हर हालत में जीतने का जज्बा

सफलता के अनमोल विचार

1. जीवन में विजेता कुछ अलग नहीं करते परंतु वह चीजों को ही अलग तरीके से करते हैं।

2. सफलता का एकमात्र उपाय कड़ी मेहनत करना ही है।

3. जब तक आप चीजों को अलग तरीके से नहीं देखते तब तक आप उसे अलग तरीके से नहीं कर सकते।

4. कुछ कर सकने में सफलता आती है और कुछ ना कर सकने में असफलता आती है।

5. अपने मिशन में सफल होने के लिए आपको अपने लक्ष्य के प्रति एक चित भाव से समर्पित होना पड़ेगा ।

6. यदि आप अपने सपने साकार नहीं करेंगे तो कोई और खुद के लिए आपको भाड़े पर रख लेगा ।

7. सफलता अनुभव से आती है और अनुभव हमेशा बुरे अनुभव से आता है ।

8. सफलता तुम्हारा परिचय दुनिया से करवाती है और असफलता तुम्हें दुनिया का परिचय करवाती है।

9. जो लोग गिरने से डरते हैं वह कभी भी जीवन में उड़ान नहीं भर सकते।

10. यदि आप बहाने बनाते हैं मतलब सफल तो बनना चाहते हैं लेकिन कार्य करने से जी चुराते हैं। सफलता और बहाने कभी एक साथ नहीं हो सकते।

11. कोशिश हमें अंतिम क्षण तक करनी चाहिए जीवन में सफलता मिले या ना मिले परंतु तजुर्बा तो मिलेगा ही।

12. जितना और हारना यह तो आपकी सोच पर निर्भर करता है मान लो तो हार होगी और ठान लो तो जीत होगी।

13. लड़ाई लड़ने वाला तो विजय प्राप्त करता है परंतु दूर से देखने वाला तो सिर्फ तालियां बजाता रह जाता है।

14. हमारी समस्याओं का समाधान तो केवल हमारे पास ही है दूसरों के पास तो केवल सुझाव है।

15. जीवन में कामयाब होने के लिए अच्छे मित्रों की जरूरत होती है परंतु ज्यादा कामयाब होने के लिए अच्छे शत्रुओं की जरूरत होती है।

16. हमेशा चुनौतियों को स्वीकार करना चाहिए इससे सफलता मिलेगी या तो शिक्षा।

17. अगर नियत अच्छी होती है तो नसीब कभी भी बुरा नहीं होता।

18. भले ही आप इस दुनिया में अकेले आए हो परंतु जाने के बाद दुनिया में अपने विचार और बुद्धि तो देकर जा सकते हैं।

19. सफल बनने के लिए सबकी सुनने की आदत होनी चाहिए परंतु करना वही चाहिए जो अपने मन को बेहतर लगे।

20. कुछ लोग केवल सफल होने के सपने देखते हैं जबकि अन्य लोग जाते हैं और इसके लिए कठिन मेहनत करते हैं।

21. एक मिनट की सफलता बरसों की असफलता की कीमत चुका देती है।

22. अपने छोटे-छोटे कामों में भी अपने दिल ,दिमाग और आत्मा को लगा दीजिए, यही सफलता का रहस्य है ।

23. सफलता की ख़ुशी मनाना अच्छा है पर उससे जरूरी है अपनी असफलता से सीख लेना।

24. जिन व्यक्तियों को जीवन में पढ़ने की आदत होती है वह कभी भी अकेले नहीं हो सकते।

25.जीवन में संघर्ष जितना कठिन होगा सफलता उतनी ही ऊंची और शानदार होगी।

26. खुद पर विश्वास करें निश्चित है कि बड़े से बड़ा लक्ष्य आपके कदम चूमेगा।

27. खुद को इतना परफेक्ट बनाओ कि आपकी एक झलक देखने के लिए लोग अपनी पलके बिछा दे।

28. सोच जितनी बड़ी होगी सफलता उतनी ही बड़ी होगी।

29. जीवन में सफलता का मार्ग आसान नहीं होता।

30. यदि आप हार मान लेते हैं तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको जीता नहीं सकती ,इसलिए कहा गया है ,” मन में हारे हार है मन के जीते जीत”।

31. जीवन में सफलता पाने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।

32. 100 बार असफलता प्राप्त करने के बाद भी जो इंसान प्रयास करता रहता है उसे सफलता अवश्य मिलती है।

33. कभी हार मत मानो, आज कठिन है, कल और बेहतर होगा लेकिन कल के बाद का दिन सुनहरा होगा।

34. यदि मुझे एक पेड़ काटने के लिए 8 घंटे दिए जाए तो मैं 6 घंटे कुल्हाड़ी की धार तेज करने में बिताऊंगा।

35. आपको जीवन में इतना मिलेगा कि आप सपने में भी नहीं सोच सकते, लेकिन उससे पहले अपने फील्ड के पक्के खिलाड़ी तो बनो ।

36. आपको खेल के नियम सीखने होंगे और फिर आपको किसी और से बेहतर खेलना होगा ।

37. तुम्हारा काम है अपनी दुनिया को खोजना और फिर दिलों जान के साथ खुद को उस में डुबो देना।

38. यदि आप जीवन में सफल होते हैं तो दुनिया में लोग सलाम ठोकते हैं और अगर आप असफल होते हैं तो वही लोग आप का मजाक उड़ाते हैं।

39. सफल बनने के लिए सबसे पहले असफलता का डर मन में से निकालना चाहिए।

40. हारना सबसे बड़ी असफलता नहीं है परंतु हारने के बाद प्रयास करना छोड़ देना हमारी सबसे बड़ी असफलता है।

41. सफलता की राह में रोकने वाले हजारों लोग मिल जाएंगे परंतु खुद को हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए।

42. सफल बनने के लिए खुद मैं इतना वक्त लगा दो कि किसी और की बुराई करने का वक्त ही ना मिले।

43. लहरों के डर से नौका कभी पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।

44. एक सफल व्यक्ति वह है जो औरों द्वारा अपने ऊपर  फेंके गए ईटों से एक मजबूत नींव रख सकता है ।

45. किसी भी चीज से बढ़कर तैयारी, सफलता की कुंजी है ।

46. सफलता का एक आसान फार्मूला है, आप अपना सर्वोत्तम दीजिए और हो सकता है लोग उसे पसंद कर ले।

47.थोड़ी सी और दृढ़ता, थोड़ा सा प्रयास और जो एक निराशाजनक असफलता दिख रही है वह एक शानदार सफलता में बदल सकती है।

48. अपने कार्यों को ईमानदारी और मेहनत से करने वाला हमेशा अपने कार्य में सफल होता है।

49. सफलता के लिए धैर्य कहो ना उतना ही जरूरी है जितना जीने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है।

50. अपनी असफलता पर अफसोस करने के बजाय फिर से शुरुआत करें, अफसोस करने में व्यक्त ना गवाएं।

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Swami Vivekananda Quotes in Hindi: एक प्रसिद्ध समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद

 

Swami Vivekananda Quotes in Hindi: एक प्रसिद्ध समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद

एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।

 “जब तक जीना, तब तक सीखना” – अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक हैं।

जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पर विश्वास नहीं कर सकते।

जो अग्नि हमें गर्मी देती है, हमें नष्ट भी कर सकती है, यह अग्नि का दोष नहीं हैं।

चिंतन करो, चिंता नहीं, नए विचारों को जन्म दो।

ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार हैं।

विश्व एक विशाल व्यायामशाला है जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।

दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो।

शक्ति जीवन है, निर्बलता मृत्यु हैं। विस्तार जीवन है, संकुचन मृत्यु हैं। प्रेम जीवन है, द्वेष मृत्यु हैं।

किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आये – आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं।

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भारतीय चुनाव प्रक्रिया का सबसे बड़ा दोष क्या है ? What is the biggest flaw of the Indian election process?

 भारत की जनता को सरकारी सुविधा या नौकरी देने के लिए जिस तरह सरकार द्वारा शर्तों का मकड़ जाल बुना गया है, उस तरह राजनीति और शासकों के लिए क्यों नहीं ? 

अगर राजनीति और शासन में शामिल लोगों पर भी यह शर्तों का मकड़ जाल लागू हो जाये तो भारत की तमाम समस्याएं स्वतः खत्म हो जाएंगी।

Just as the government has woven a web of conditions to provide government facilities or jobs to the people of India, why not the same for politics and rulers? 

If this web of conditions is applied to the people involved in politics and governance, then all the problems of India will automatically end.




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सच्चे कल्याण की उम्मीद-hope for true well-being

 एक समय की बात है, एक महिला जिसका नाम नीरा था, पेशे से वेश्या थी। उसकी जिंदगी में एक दिन ऐसा आया जब उसे यह सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि आखिर उसका कल्याण कैसे हो सकता है? इस विचार ने उसे बेचैन कर दिया। वह जानना चाहती थी कि वह किस रास्ते पर चले जिससे उसका आत्मिक कल्याण हो सके।

सच्चे कल्याण की उम्मीद-hope for true well-being

पहले वह एक साधु के पास गई। साधु ने उसे समझाया, "साधुओं का संग करो, उनके सेवा में ही कल्याण है। साधु लोग त्यागी होते हैं, इसलिए उनकी सेवा करने से तुम्हारा उद्धार होगा।"

नीरा ने साधु की बात सुनी, लेकिन उसे संतुष्टि नहीं मिली। फिर वह एक ब्राह्मण के पास गई। ब्राह्मण ने उसे कहा, "साधु लोग बनावटी हो सकते हैं, पर हम ब्राह्मण जन्म से ही श्रेष्ठ हैं। ब्राह्मण सबके गुरु होते हैं, इसलिए ब्राह्मणों की सेवा करने से ही तुम्हारा कल्याण होगा।"

ब्राह्मण की बात भी नीरा को पूरी तरह संतुष्ट नहीं कर सकी। इसके बाद वह एक सन्यासी के पास गई। सन्यासी ने कहा, "हम सन्यासी सबसे ऊंचे होते हैं। हमारे संग में रहो और सेवा करो, तभी तुम्हारा उद्धार होगा।"

नीरा को यहाँ भी समाधान नहीं मिला। फिर वह वैरागियों के पास गई। वैरागियों ने कहा, "हम सबसे अधिक शक्तिशाली और तेजस्वी हैं। हमारी सेवा करने से ही तुम्हारा कल्याण हो सकता है।"

नीरा को हर जगह अलग-अलग बातें सुनने को मिलीं, लेकिन कोई भी उत्तर उसे संतोषजनक नहीं लगा। वह अलग-अलग संप्रदायों और मतों के गुरुओं के पास भी गई, लेकिन हर जगह उसे वही पक्षपात और आग्रह दिखाई दिया। सभी ने उसे अपने-अपने धर्म या संप्रदाय की सेवा करने का सुझाव दिया। हर एक ने उसे अपने अनुयायी बनने के लिए कहा, लेकिन किसी ने उसे सच्चे कल्याण का मार्ग नहीं दिखाया।

थक-हारकर नीरा के मन में एक अनोखा विचार आया। उसने सोचा, "जब साधु लोग, ब्राह्मण, सन्यासी और वैरागी सभी अपने-अपने मत का आग्रह करते हैं, तो मैं क्यों न अपने जैसे वेश्याओं की सेवा करूं? शायद इसी से मेरा कल्याण हो।" उसने निर्णय लिया कि वह अपने जैसी अन्य वेश्याओं के लिए एक भोज का आयोजन करेगी।

उसने सभी वेश्याओं को भोज के लिए आमंत्रित किया। जब उस गांव के बाहर रहने वाले एक विरक्त संत, स्वामी अद्वैतानंद को इस भोज की खबर लगी, तो वे नीरा को कुछ सिखाने के लिए वहां पहुंचे।

भोज की तैयारियां चल रही थीं, और नीरा अपनी छत पर खड़ी थी। उसने देखा कि स्वामी अद्वैतानंद चावल के पानी (मांड) से अपने हाथ धो रहे थे, जो नाली में गिराया जा रहा था। नीरा को यह देखकर अजीब लगा और उसने स्वामी से कहा, "बाबा, आप क्या कर रहे हैं? यह तो गंदा पानी है, इससे आपके हाथ और गंदे हो जाएंगे।"

स्वामी अद्वैतानंद ने नीरा की ओर देखा और बोले, "बेटी, तुम भी तो मुझसे यही पूछ सकती हो कि यह गंदा पानी हाथ साफ कैसे कर सकता है? अगर गंदे पानी से हाथ साफ नहीं होते, तो क्या गंदे कर्मों से आत्मा शुद्ध हो सकती है?"

नीरा के मन में जैसे कुछ जगमगा उठा। उसने पूछा, "तो फिर बाबा, मेरे कल्याण का मार्ग क्या है?"

स्वामी अद्वैतानंद ने मुस्कुराते हुए कहा, "बेटी, सच्चा संत वही होता है जिसके मन में किसी भी तरह का स्वार्थ, पक्षपात या अहंकार न हो। जो सच्चे मन से सिर्फ जीवों के कल्याण की इच्छा रखता हो। ऐसे संत का संग करना, उनकी बातें सुनना, और उनकी सेवा करना ही सच्चा कल्याण है। संप्रदाय, वर्ण, और जाति के भेदभाव में पड़कर तुम सच्चाई से दूर होती जा रही हो।"

नीरा को अब समझ में आ गया कि सच्चा संत कौन होता है और उसने अपने जीवन में उस ज्ञान को अपनाने का निर्णय लिया। उसने सोचा कि अब वह किसी भी बाहरी दिखावे या धर्म के नाम पर छलावे में नहीं पड़ेगी। वह अब सच्चे संत की तलाश में आगे बढ़ी।

तात्पर्य यह है कि जहाँ स्वार्थ, अभिमान, और अहंकार होता है, वहाँ सच्चे कल्याण की उम्मीद नहीं की जा सकती। सच्चा कल्याण तभी संभव है जब हम बिना किसी भेदभाव के सच्चे मार्ग पर चलें और सच्चे संत का संग करें, जिनके पास कोई स्वार्थ या अहंकार नहीं होता।

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Yeh Duniya Yeh Mehfil Mere Kaam Ki Nahi : Mohammad Rafi Song | Raaj Kumar | Heer Ranjha 1970 Songs




 

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14 अगस्त 1947 की उस काली रात को ऐसा क्या हुआ था ? || What happened on that night of 14 August 1947?




दोस्तों हम अपनी जिंदगी में 15 अगस्त और 26 जनवरी को देख के इस पर्व को मनाते आ रहे है .. लेकिन हमको यह नहीं पता है कि 14 अगस्त 1947 को क्या हुआ था .. क्या हुआ था ऐसा उस रात की भारत के इतिहास के पन्नों में कैद हो गया .. चलिए देखते है इस विडिओ को लास्ट तक .. 1947 का वह काला दिन जिसमें सबकुछ बँट गया । 1947 India-Pakistan Batwara. Bhagat Singh : भगत सिंह की ज़िंदगी के उन आख़िरी 12 घंटों की कहानी, क्या-क्या हुआ था उस रोज़? (BBC) 14 अगस्त 1947 की वो काली रात क्या हुआ था ? | What happened on that black night of 14 August 1947? 1971 में क्या हुआ था | What Happened In 1971 14 अगस्त 1947 की उस काली रात को ऐसा क्या हुआ कि सब कुछ बदल गया? What happened on that night of 14 A. A BRIEF HISTORY OF 1947 PARTITION || HOW THE PARTITION OF INDIA HAPPENED || INDIAN & PAKISTAN #15_august_song #15_august_status #15_august_song #15_august_dance

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Feetured Post

प्रत्येक रिश्ते की अहमियत

 मैं घर की नई बहू थी और एक निजी बैंक में एक अच्छी पद पर काम करती थी। मेरी सास को गुज़रे हुए एक साल हो चुका था। घर में मेरे ससुर, श्री गुप्ता...