काच्ची सुमेरु पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती के शिविर में 31 जनवरी से 'पराशक्ति महायज्ञ' होगा। इसमें पांच करोड़ आहुतियां दी जाएंगी। यह महायज्ञ 15 दिनों तक चलेगा।
स्वामीजी ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते सरकार जवानों को दांव पर लगा रही है। केन्द्र सरकार की नीतियों पर प्रहार करते हुए शंकराचार्य ने कहा कि कहा कि वर्तमान में पूरा देश असुरक्षित दौर से गुजर रहा है। इस शासन में न तो जनता सुरक्षित है और न ही देश की सेना।
चलो मन गंगा यमुना तीर : एक माह से भी अधिक दिनों तक चलने वाले इस सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत 16 जनवरी से होगी। प्रथम दिवस की सांस्कृतिक संध्या शहनाई वादन, ऋचा पाठ व मंगल शंख ध्वनि व मंथन कथक शैली की प्रस्तुति के साथ प्रारंभ होगी। उद्घाटन दिवस के मुख्य आकर्षण सुप्रसिद्ध संगीतकार रवीन्द्र जैन होंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में धनबाद के सुशील बावजो के भजन, चंचल भारती की कव्वाली, पद्मश्री गोपाल दास नीरज एवं अन्य लोक बोली के कवियों का काव्य पाठ, सुप्रसिद्ध पंजाबी गायक लखबीरसिंह लक्खा का सूफी भजन गायन, राजू श्रीवास्तव के हास्य व्यंग्य आदि कार्यक्रम होंगे।
स्वामीजी ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते सरकार जवानों को दांव पर लगा रही है। केन्द्र सरकार की नीतियों पर प्रहार करते हुए शंकराचार्य ने कहा कि कहा कि वर्तमान में पूरा देश असुरक्षित दौर से गुजर रहा है। इस शासन में न तो जनता सुरक्षित है और न ही देश की सेना।
चलो मन गंगा यमुना तीर : एक माह से भी अधिक दिनों तक चलने वाले इस सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत 16 जनवरी से होगी। प्रथम दिवस की सांस्कृतिक संध्या शहनाई वादन, ऋचा पाठ व मंगल शंख ध्वनि व मंथन कथक शैली की प्रस्तुति के साथ प्रारंभ होगी। उद्घाटन दिवस के मुख्य आकर्षण सुप्रसिद्ध संगीतकार रवीन्द्र जैन होंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में धनबाद के सुशील बावजो के भजन, चंचल भारती की कव्वाली, पद्मश्री गोपाल दास नीरज एवं अन्य लोक बोली के कवियों का काव्य पाठ, सुप्रसिद्ध पंजाबी गायक लखबीरसिंह लक्खा का सूफी भजन गायन, राजू श्रीवास्तव के हास्य व्यंग्य आदि कार्यक्रम होंगे।