कर्मों की सजा punishment for deeds

जिंदगी में सभी के अपने कायदे या सिद्धांत होते हैं। हर व्यक्ति का जीवन जीने का अपना तरीका है। जो बात किसी के लिये उसका कर्तव्य और धर्म है वह किसी के लिये घोर पाप या नीच कृत्य हो सकता है। लेकिन शास्त्रों के अनुसार जिन कर्मों को पाप माना गया है उसकी सजा उसे अपनी मृत्यु के बाद मिलती है। किस पाप की क्या सजा मिलती है। इसका वर्णन गरूड़ पुराण में कुछ इस प्रकार दिया हुआ है। गरुड़ जी बोले- भगवान जीवों को उनके कौन से पाप कौन सी सजा मिलती है। वे किन अगला जन्म किस रूप में लेते हैं व भी बताइए।

भगवान कहते हैं गरूड़ ध्यान से सुनो-

- ब्रह्महत्या करने वाला क्षयरोगी।

- गाय की हत्या करने वाले कुबड़ा।

- कन्या की हत्या करने वाला कोढ़ी।

- स्त्री पर हाथ उठाने वाला रोगी।

- परस्त्री गमन करने वाला नपुंसक।

- गुरुपत्नी सेवन से खराब शरीर वाला।

- मांस खाने व मदिरा पीने वाले के दांत काले व अंग लाल होते हैं।

- दूसरे को न देकर अकेले मिठाई खाने वाले को गले का रोगी।

- घमंड से गुरु का अपमान करने वाले को मिरगी।

- झूठी गवाही देने वाला गूंगा।

- किताब चोरी करने वाला जन्मांध।

- झूठ बोलने वाला बहरा।

- जहर देने वाला पागल होता है।

- अन्न चोरी करने वाला चूहा।

- इत्र की चोरी करने वाले छछुंदर।

- जहर पीकर मरन वाले काले सांप।

- किसी की आज्ञा नहीं मानते वे निर्जन वन में हाथी होते हैं।

- ब्राह्मण गायत्री जप नहीं करते वे अगले जन्म में बगुला होते हैं।

- पति को बुरा-भला कहने वाली जूं बनती है।

- परपुरूष की कामना रखने वाली स्त्री चमगादड़ बनती है।

- मृतक के ग्यारहवे में भोजन करने वाला कुत्ता बनता है।

- मित्र की पत्नी से मोह रखने वाले गधा बनता है।
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मानव

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आज के वैज्ञानिक युग में मिलने वाला सुख और आनंद एक नशे के सामने है जो मनुष्य के लिया कुछ ही क्षणौ का मेहमान बन कर आता है | वह सुख और अननद झूठा है, बनावटी है | आज सेहत कि नहीं बुखार कि गर्मी है | आज नीद ना आने का रोग एक आम बात बन गई है | नीद का आनंद लेने के लिया नीद कि गोली खाई जाती है किंतु फिर भी वास्तविक आनंद नहीं प्राप्त होता| मोहदय इस से बढ़ कर और क्या बात हो सकती है कि आज मनुष्य कि नीद भी हराम गो गई है और वह चैन से सो भी नहीं सकता | आज मानवता सच्चे शुक और आनंद के लिया एक प्रकार से छटपटा रही है तड़प रही है |

कुछ लोगो का कहना है कि आज मानव मूल्य नहीं गिर रहे | में हो यह कहूगा कि आज मानव उस सभ्यता में रह्ता है | जहाँ असहनुभुती, भ्रस्टाचार, बेइमानी, अनुशासनहीनता, इत्यादि बुरी भावनाओ का ताण्डव नतर्न हो रहा है वह इस सभ्यता में रहता है जहाँ इन्सान को इन्सान से जायदा विश्वास मशीन पर है | वह मशीन जिसका सब कुछ लोहे का बना होता है| जिसमें सब कुछ होता है पर इन्सानियत नहीं |

एक तर्क यह भी दिया जाता है आज मानव ने विज्ञान द्वारा चाँद, श्रुक, और सितारों पर विजय पा ली है और अब वहा नगर बसाने की योजनायें बना रहा है ताकी पृथ्वी के लोगो को अधिक से अधिक शुक मिले | महोदय, जो विपक्षी दोस्त यह तर्क पेश करते हैं, वे तो सावन के अंधे है जिन्हें केवल हरा ही हरा दिखाई देता है | उन्हें यह नहीं मालूम की आज आधी दुनिया भूकी, नंगी, और प्यासी है | लाखो लोग ऐसा है जो ठीठुरते हुआ साड़को की पटरियों पर रात काटते है | असन्ख्य लोग ऐसे है जिन्हें दो जून रोटी भी नसीब नहीं होती | आज पहले की अपेशा गरीबी, भुकमरी तथा अज्ञान का अधिक बोलबाला है | इन समस्याओ को सुलझाने तथ उन पर लोगो की दशा सुधारने की बजाय इस धरती से ऊपर किसी दुसरे लोक में पहुच कर खोज कर रहे है, क्या इस बात का सबूत नहीं कि आज मानक मूल्य बिल्कुल समाप्त होते जा रहे है |

आज के वैज्ञानिक युग के प्रतिक है बडे- बडे नगर, जिनमे एक ही मकान में रहने वाले लोग एक दुसरे के लिए अजनबी है | ऊपर की मंजिल में लाश को घेरे व्यक्ति बिलख- बिलख कर रो रहे है और नीचे कि मंजिल में शादी कि ख़ुशी में नाच हो रहा है| जयादा दूर ना जाइए, घरो की हालत पर ज़रा नज़र डालिए, सगे सम्बन्धी ही एक दुसरे का सुख क्षीनने के लिए खून के प्यासे बने हुए है| खून के प्यासे लोगो के ही कारण आज कि वैज्ञानिक सभ्यता ने संसार में दो विश्वयुद करवाए है जिनके भयानक प्रभाव बरसो बीत जाने के बाद भी नहीं मिट सके है| आज संसार में कोई भी ऐसा इन्सान नहीं जो छ|ती ठोक कर कहा सके कि वह पूरी तरहे सुखी है| आधुनिक युक में सबसे अधिक वैज्ञानिक उन्ती के कारण सभी देशो में आत्म हत्यओ कि दिन-ब-दिन बढ़ती हुई संख्या से मेरे ही पक्ष का समर्थन होता है कि वैज्ञानिक उन्नति के इस युग में मानव मूल्य गिरते जा रहे है|
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भगवान सबको देखता है God sees everyone

एक किसान था | उसका एक बेटा था रामू | एक दिन को बात है, किसान अपने खेत में काम कर रहा था | रामू भी वही था | पड़ोंसी के खेत में गाजर उगी हुई थी | रामू ने वहा जाकर एक गाजर खींचकर निकल ली | गाजर खींचते देख किसान अपने बेटे से बोला – “बेटा | वह खेत दुसरे किसान का है | तुमने उसके खेत से गाजर क्यों निकाली ??
रामू बोला – “में जानता हु, यह हमारा नहीं है | यह खेत राधे काका का है, परंतु काका इस समय नहीं नहीं |” बेटे की बात सुन किसान बोला – “बेटा, राधे ने तुम्हे नहीं देखा, परंतु भगवान तो देख रहा है | वह सबको देखता है |” रामू को अपने पिता की कही बात समझ आ गई |
एक बार की बात है, बरसात नहीं हुई | बरसात न होने से सभी किसानो के खेत सुख गए | खाने के लिए भी किसी के घर में अनाज नहीं था | सभी किसान बहुत परेशान थे |
भूख से बेचेन ही रामू को पिता सोचने लगा – “क्या करू? अनाज कंहा से लाऊ?” गाँव में केवल पड़ोसी राधे के खलियान में ही अनाज था | पिछले साल उसके खेत में गेहू की खूब पैदावार हुई थी | रामू के पिता ने राधे के खलियान से अनाज चोरी करने जी योजना बनाई |
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खरगोश और कछुआ the hare and the Tortoise

बहुत पुरानी बात है | एक गाँव था | उस गाँव के समीप एक नदी बहती थी | नदी के दूसरी तरफ घना जंगल था | उस जंगल में खरगोश रहता था | एक दिन की बात है | नदी में कही से एक बड़ा खरगोश आकर रहने लगा | खरगोश और कछुआ दोनों में दोस्ती हो गई | एक दिन खरगोश से पूछा की तुम क्या क्या जानते हो? कछुए ने खरगोश से घमंड से कहा – में बहुत से विद्याये जनता हु | खरगोश ने मुंह लटकाकर कहा – “ में तो केवल एक ही विदया जानता हु |”
खरगोश और कछुआ दोनी हर रोज साथ-साथ खेलते थे | एक दिन किसी मछुआरे ने नदी में जाल डाला | उस जाल में कछुआ भी फंस गया | उस दिन वह खरगोश के पास नहीं पहुच सका | खरगोश को चिंता हुई | वह कछुए से मिलने नदी पर गया | खरगोश ने देखा कछुआ मछुआरे के जाल में फंसा हुआ चटपटा रहा है | यह देखकर खरगोश चुपके से छिपते-छिपाते कछुए के पास गया और उससे कहने लगा – “दोस्त, क्या हुआ तुम तो बहुत सारी विदया जानते हो, कोई उपाय का जाल से बाहर आ जाओ |”
कछुए ने बहुत कोशिश किम परन्तु वो जाल से बहार न निकल पाया | उसने खरगोश से मदद मागी –“ दोस्त अब तुम ही मेरी जान बचा सकते हो | दया करो, मुझे यहाँ से बाहर निकालो | खरगोश ने कछुए से कहा, जब मछुआरा यंहा आए, तो तुम मरने का नाटक करना | वह तुम्हे मरा हुआ जानकर जाल से निकलकर नदी के बाहर रख देगा | उसी समय तुम नदी में चले जाना | कछुए ने ऐसा ही किया | मछुआरे ने कछुए को मरा हुआ जानकर उसे जाल से निकलकर नदी के बाहर जमीन पर रख दिया | फिर रस्सी उठाने झाड़ी की और चला गया |
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आज्ञाकारी पति obedient husband

एक दिन बादशाह अकबर व बीरबल वेश बदलकर आगरे की सडको पर घूम रहे थे | तभी उन्होंने देखा की एक ओरत जोर – जोर से चिल्ला रही थी | वह आदमी से ख रही थी, “तुम एक पति होने के लायक नहीं हो | यहाँ से चले जाओ | मेरे दिए गए कम को पूरा किए बिना इस घर में कदम नहीं रखना |”
यह सब देखकर बादशाह ने बीरबल से पूछा, “ आदमी कोई  जवाब क्यों नहीं दे रहा| चुपचाप सबकुछ क्यों सुन रहा है? वाद शक्तिशाली है, ओरत पर पलट कर चिल्ला सकता है | वह ऐसा क्यों नहीं कर रहा है?” महाराज, सभी पति ऐसे ही होते है| सभी पति अपनी पत्नी की कहा मानते है और ऐसा ही उन्हें करना पड़ता है क्योकि यही शादी का सत्य है|”
अगले ही सुबह बादशाह ने शादीशुदा व्यक्तियों को महल में बुलाया | सभी के इकट्ठा होने पर वह बोले, “सभी पति जो अपनी पत्नियों की आज्ञा मानते है मेरे दायी तरफ खड़े हो जाए और जो मानते है वो बायीं  तरफ खड़े हो जाए |”
इस आदेश पर सभी पुरुष बादशाह के दायी तरफ खड़े हो गए | केवल एक ही व्यक्ति ही बादशाह की बायीं तरफ खड़ा था | यह देखकर की कम से कम एक व्यक्ति तो ऐसा है जो स्वयं की मर्जी का मालिक है, बादशाह अत्यंत प्रसन्न हुए | उन्होंने बीरबल से उसे इनाम देने को कहा, परन्तु बीरबल उस व्यक्ति से एक प्रशन पूछना चाहते थे |
उसने व्यक्ति से पूछा, “जब सभी व्यक्ति दायी और खड़े हुए है पर तुम अकेले ही बायीं तरफ खड़े हो | ऐसा क्यों?
“श्रीमान, दरसल मेरी पत्नी ने मुझसे कहा था, की तुम्हे भीड़ से अलग ही खड़े होना है, इसलिए में सभी से अलग खड़ा हुआ था |”
यह सुनकर सभी दरबारी, एकत्रित पति तथा बादशाह अकबर ठहाके मारकर हसने लगे | बादशाह ने बीरबल से कहा, “बीरबल, एक बार फिर तुम सही हो, तुमने साबित क्र दिया की सभी पति अपनी पत्नी की आज्ञा मानते है|”
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Quotes


  • क्रोध मस्तिष्क के दीपक को बुझा देता है |
                                                            इंगरसोल
  • क्रोध मुर्खता से शुरू होता है और पशचाताप पर खत्म होता है |
पेथागोरस
  • क्रोध के सिंहासन पर बैठते ही बुद्धि वंहा से खिसक जाती है
एम्.हेनरी
  • क्रोध से मूढता उत्पन्न होती है मूढता से स्म्रति भ्रांत हो जाती है, स्म्रति भ्रांत होने से बुद्धि का नाश हो जाता है, और बुद्धि के नष्ट होने पर प्राणी स्वंय नष्ट हो जाता है |
भगवान श्रीक्रष्ण
  • जब क्रोध आए, तो उसके परिणाम पर विचार करो |
क्न्फ्युश्स
  • यदि आप आत्मरक्षा करना चाहता है, तो अपने क्रोध को संभाल ले | ऐसा न करने पर क्रोध आपका नाश क्र देगा |
तिरुकुरल

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नासमझी foolishness

बहुत समय की बात है, जंगल में चार बेल रहते थे | उनका आपस में बहुत प्रेम था | वे आपस में घूमते, साथ खाते पीते और कभी भी झगड़ा नहीं करते थे | उसी जंगल में शेर भी रहता था | बेलो को देखकर वह उन्हें खाने के लिए नए नए उपाय करता, ताकि वह उन्हें खा सके | पर उन चारो को एक साथ देख कर निराश हो जाता था |
और एक दिन उसने चारो बेलो को लड़ाने का उपाय सोच लिया | वह उन चारो बेलो के पास जाकर इधर-उधर घुमने लगा | बेल उसे अपने इतने पास घूमता देखकर डर गए | घबराहट के कारण वे एक दुसरे से अलग हो गए | बस शेर को तो इसी मोके की तलाश में था | वह बारी-बारी से एक-एक बेल के पास गया और उनके कान में कुछ कहा – “कुछ नहीं” और फिर वहा से चला गया और दूर कही पेड़ के पीछे छिप गया | अब क्या था चारो बेल यह जानने को उसुक्त थे की शेर ने उनके कान में क्या कहा |
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कैसा भी दर्द हो ये FOODS खाएंगे तो नहीं लेना पड़ेगा PAIN KILLER

शरीर के किसी भी अंग में दर्द होना आधुनिक जीवनशैली का परिणाम है। अगर आप किसी भी प्रकार के दर्द के शिकार हैं तो करें दर्द निवारण में मददगार कुछ विशेष खाद्य पदार्थों का सेवन करें, ये फूड न केवल आपकी सेहत की रक्षा करेंगे बल्कि हर तरह के दर्द में औषधि की तरह काम करेंगे।

- कैसा भी जोड़ो का दर्द हो अगर उस पर अजवाइन का तेल बनाकर लगाया जाए तो दर्द में बहुत जल्दी राहत मिलती है। 10 ग्राम अजवाइन का तेल 10 ग्राम पिपरमेंट और 20 ग्राम कपूर तीनों को मिलाकर एक बोतल में भर दें। दर्द या कमरदर्द या पसलीदर्द, सिरदर्द आदि में तुरंत लाभ पहुंचाने वाली औषधि है। इसकी कुछ बूंदे मलिए, दर्द छूमंतर हो जाएगा। अजवाइन के तेल की मालिश करने से जोड़ों का दर्द जकडऩ तथा शरीर के अन्य भागों पर भी मलने से दर्द में राहत मिलती है।

- सोंठ और अदरक एक ही पदार्थ के दो रूप हैं। गीले रूप में यह अदरक कहलाती है। सूखने पर यही सोंठ हो जाती है। अदरक और सोंठ का उपयोग मसालों और घेरलू दवाओं के रूप में भी व्यापक रूप से किया जाता है। यह वात रोगों की सबसे अच्छी औषधि है।

- जायफल के तेल को सरसों के तेल में मिलाकर जोड़ों की पुरानी सूजन पर मालिश करने से लाभ मिलता है। संधिवात के कारण अकड़े हुए संधि-स्थल को खोलता है। जिससे जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। जायफल का चूर्ण शहद के साथ सेवन करने से जोड़ों का दर्द दूर होता है। जायफल को बकरी के दूध में घिसकर उसे थोड़ा गरम कर लेप करने से सिरदर्द, सिर का भारीपन व जुकाम ठीक हो जाता है।

- मैथी गैस व कफ दोनों को ही मिटाने वाली औषधि की तरह कार्य करती है। रोजाना 20 ग्राम मेथी का चूर्ण सुबह-शाम खाने से वात रोग दूर हो जाते हैं। मेथी व सोंठ को समान मात्रा में मिलाकर बारीक चूर्ण बनाकर रख लें, इस चूर्ण को 5-5 ग्राम की मात्रा में गुड़ मिलाकर सुबह शाम खाने से गठिया व जोड़ो के दर्द से छुटकारा मिलता है।

- हल्दी में विटामिन ए, बी व सी मिलता है। यह गठिया, कुष्ठ, जुकाम व त्वचा के रोगों की चमत्कारिक घरेलू औषधि है, यह सूजन और हड्डी की टूटन को भी ठीक कर सकती है। हल्दी, चूना और शहद समभाग लेकर तीनो ंको अच्छी तरह मिलाकर दर्द के स्थान पर लगाने से गठिया की सूजन दूर होती है। हल्दी के पत्तों को सेंककर बांधने से गठिया की सूजन और दर्द दूर होता है।

- गठिया के दर्द में गाजर बहुत उपयोगी है सबसे अच्छा खाद्य पदार्थ है। इसे कच्चा या उबाल कर भी खाया जा सकता है। लेकिन कच्चे गाजर का रस अधिक लाभप्रद है क्योंकि इससे शरीर को अधिक पोषण मिलता है। रोजाना आधा से डेढ़ लीटर तक गाजर का रस ले सकते हैं और अपनी आवश्यकता के अनुसार इससे अधिक भी ले सकते हैं। उसमें आंवले का रस मिला लेने पर ये अधिक गुणकारी होता है। एक किलो गाजर के रस में 5-6 आंवले का रस मिलाना चाहिए।

- किसी भी तरह का दर्द हो लहसुन के रस के प्रभाव से यूरिक एसिड गलकर तरल रूप में मूत्रमार्ग से बाहर निकल जाता है। इसलिए यह वातरक्त, संधिवात आदि रोग में गुणकारी है। लहसुन से पेटदर्द, गठिया, गले के दोष आदि में भी एक औषधि की तरह काम करता है। लहसुन और वायवडिंग को सोलह गुना व पानी में पकाएं, जब पानी जल जाए तो दूध को उतार लें इसे छानकर ठंडा होने पर पीएं। इससे वातनाडिय़ों की शक्ति बढ़ती है। साथ ही मांसपेशियां मजबूत होती है। इससे शारीरिक दर्द महसूस होता है। लहसुन व उड़द के बड़े बनाकर तिल के तेल में तल कर खाने से संधिवात और अन्य बीमारियों में राहत मिलती है।
Photo: कैसा भी दर्द हो ये FOODS खाएंगे तो नहीं लेना पड़ेगा PAIN KILLER
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 (संयोगिता सिंह)
शरीर के किसी भी अंग में दर्द होना आधुनिक जीवनशैली का परिणाम है। अगर आप किसी भी प्रकार के दर्द के शिकार हैं तो करें दर्द निवारण में मददगार कुछ विशेष खाद्य पदार्थों का सेवन करें, ये फूड न केवल आपकी सेहत की रक्षा करेंगे बल्कि हर तरह के दर्द में औषधि की तरह काम करेंगे। 

- कैसा भी जोड़ो का दर्द हो अगर उस पर अजवाइन का तेल बनाकर लगाया जाए तो दर्द में बहुत जल्दी राहत मिलती है। 10  ग्राम अजवाइन का तेल 10 ग्राम पिपरमेंट और 20  ग्राम कपूर तीनों को मिलाकर एक बोतल में भर दें। दर्द या कमरदर्द या पसलीदर्द, सिरदर्द आदि में तुरंत लाभ पहुंचाने वाली औषधि है। इसकी कुछ बूंदे मलिए, दर्द छूमंतर हो जाएगा। अजवाइन के तेल की मालिश करने से जोड़ों का दर्द जकडऩ तथा शरीर के अन्य भागों पर भी मलने से दर्द में राहत मिलती है। 

- सोंठ और अदरक एक ही पदार्थ के दो रूप हैं। गीले रूप में यह अदरक कहलाती है। सूखने पर यही सोंठ हो जाती है। अदरक और सोंठ का उपयोग मसालों और घेरलू दवाओं के रूप में भी व्यापक रूप से किया जाता है। यह वात रोगों की सबसे अच्छी औषधि है।

- जायफल के तेल को सरसों के तेल में मिलाकर जोड़ों की पुरानी सूजन पर मालिश करने से लाभ मिलता है। संधिवात के कारण अकड़े हुए संधि-स्थल को खोलता है। जिससे जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। जायफल का चूर्ण शहद के साथ सेवन करने से जोड़ों का दर्द दूर होता है। जायफल को बकरी के दूध में घिसकर उसे थोड़ा गरम कर लेप करने से सिरदर्द, सिर का भारीपन व जुकाम ठीक हो जाता है।

- मैथी गैस व कफ दोनों को ही मिटाने वाली औषधि की तरह कार्य करती है। रोजाना 20  ग्राम मेथी का चूर्ण सुबह-शाम खाने से वात रोग दूर हो जाते हैं। मेथी व सोंठ को समान मात्रा में मिलाकर बारीक चूर्ण बनाकर रख लें, इस चूर्ण को 5-5 ग्राम की मात्रा में गुड़ मिलाकर सुबह शाम खाने से गठिया व जोड़ो के दर्द से छुटकारा मिलता है। 

- हल्दी में विटामिन ए, बी व सी मिलता है। यह गठिया, कुष्ठ, जुकाम व त्वचा के रोगों की चमत्कारिक घरेलू औषधि है, यह सूजन और हड्डी की टूटन को भी ठीक कर सकती है। हल्दी, चूना और  शहद समभाग लेकर तीनो ंको अच्छी तरह मिलाकर दर्द के स्थान पर लगाने से गठिया की सूजन दूर होती है। हल्दी के पत्तों को सेंककर बांधने से गठिया की सूजन और दर्द दूर होता है।

- गठिया के दर्द में गाजर बहुत उपयोगी है सबसे अच्छा खाद्य पदार्थ है। इसे कच्चा या उबाल कर भी खाया जा सकता है। लेकिन कच्चे गाजर का रस अधिक लाभप्रद है क्योंकि इससे शरीर को अधिक पोषण मिलता है। रोजाना आधा से डेढ़ लीटर तक गाजर का रस ले सकते हैं और अपनी आवश्यकता के अनुसार इससे अधिक भी ले सकते हैं। उसमें आंवले का रस मिला लेने पर ये अधिक गुणकारी होता है। एक किलो गाजर के रस में 5-6 आंवले का रस मिलाना चाहिए।

-  किसी भी तरह का दर्द हो लहसुन के रस के प्रभाव से यूरिक एसिड गलकर तरल रूप में मूत्रमार्ग से बाहर निकल जाता है। इसलिए यह वातरक्त, संधिवात आदि रोग में गुणकारी है। लहसुन से पेटदर्द, गठिया, गले के दोष आदि में भी एक औषधि की तरह काम करता है। लहसुन और वायवडिंग को सोलह गुना व पानी में पकाएं, जब पानी जल जाए तो दूध को उतार लें इसे छानकर ठंडा होने पर पीएं। इससे वातनाडिय़ों की शक्ति बढ़ती है। साथ ही मांसपेशियां मजबूत होती है। इससे शारीरिक दर्द महसूस होता है। लहसुन व उड़द के बड़े बनाकर तिल के तेल में तल कर खाने से संधिवात और अन्य बीमारियों में राहत मिलती है।
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साधारण तेल के कुछ अनूठे प्रयोग

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खूबसूरत बनने के लिए लोग अनेक तरह के कॉस्मेटिक्स या प्रोडक्ट्स का यूज करते हैं। लेकिन फिर भी आशा के अनुरूप परिणाम नहीं मिल पाते हैं। इसीलिए हम आपको बताने जा रहे हैं आज एक ऐसे नेचुरल ब्युटी प्रोडक्ट के बारे में जो आपको सिर से पैर तक खूबसूरत बना देगा। आज हम बात कर रहे हैं ऑलिव ऑयल के बारे में। ऑलिव ऑयल में फ्लेवसेनॉयड्स स्कवेलीन और पोरीफेनोल्स एंटीऑक्सीडेंट्स हैं, जो फ्री रैडिकल्स से सेल्स को डैमेज होने से बचाते हैं। अगर इसे भोजन में शामिल किया जाए तो इससे ब्लडप्रेशर को नियंत्रित रखा जा सकता है। इसका इस्तेमाल उबटन, फेसमास्क आदि के रुप में भी किया जा सकता है। यह त्वचा को झुर्रियों से बचाता है।

खूबसूरत नाखून-करीब आधे घंटे के लिए ऑलिव ऑयल में नाखूनों को डुबोकर रखें। इससे नाखून और क्यूटिकल्स नरम और लचीले हो जाएगें। यह किसी भी क्रीम से बेहतर काम करेगा। आप चाहें तो पैरों को साफ करके उसपर ऑलिव ऑयल लगाएं और सूती मोजे पहन कर सो जाएं। पेडीक्योर की जरूरत नहीं पड़ेगी!

कोमल होंठ- रुखे, बेजान, फटे होठों पर ऑलिव ऑयल कि हल्की मालिश सुबह शाम करें इससे आपके होंठ कोमल हो जाएगें।
हफ्ते में तीन बार- हफ्ते में तीन बार नींबू में रस में ऑलिव ऑयल मिला कर चेहरे की मालिश करें, इससे न सिर्फ झुर्रियां भागेगीं बल्कि चेहरे की रंगत में भी निखार आएगा। साथ ही बालों में लगाने से इनकी अच्छी कंडीशनिंग भी हो जाती है। उलझे बालों की समस्या भी सुलझेगी।

चेहरा निखर जाएगा- चेहरे को सादे पानी से अच्छी तरह से धो लें। अब ऑलिव ऑयल से मसाज करें। इसके बाद आधा चममच चीनी लेकर चेहरे पर रगड़े। अंत में गुनगुने पानी में एक मुलायम कपड़ा भिगोकर चेहरे को भिगो कर चेहरे को पोंछ लें। कुछ दिनों तक ऐसा कर के आप महसूस करेगीं कि आपका चेहरा निखर उठा है।

दूर होगी डैंड्रफ की समस्या- थोडा सा ऑलिव ऑयल अपने होथों में लें और उन्हें रुखे और बेजान बालों पर लगाएं, इससे आपके बाल सिल्की हो जाएंगे। और अगर आपको डैंड्रफ की समस्या है तो वही भी कम हो जाएगी।
Photo: सिर से पैर तक खूबसूरत बनने के लिए, ये हैं साधारण तेल के कुछ अनूठे प्रयोग=====================================
(संयोगिता सिंह)
खूबसूरत बनने के लिए लोग अनेक तरह के कॉस्मेटिक्स या प्रोडक्ट्स का यूज करते हैं। लेकिन फिर भी आशा के अनुरूप परिणाम नहीं मिल पाते हैं। इसीलिए हम आपको बताने जा रहे हैं आज एक ऐसे नेचुरल ब्युटी प्रोडक्ट के बारे में जो आपको सिर से पैर तक खूबसूरत बना देगा। आज हम बात कर रहे हैं ऑलिव ऑयल के बारे में। ऑलिव ऑयल में फ्लेवसेनॉयड्स स्कवेलीन और पोरीफेनोल्स एंटीऑक्सीडेंट्स हैं, जो फ्री रैडिकल्स से सेल्स को डैमेज होने से बचाते हैं। अगर इसे भोजन में शामिल किया जाए तो इससे ब्लडप्रेशर को नियंत्रित रखा जा सकता है। इसका इस्तेमाल उबटन, फेसमास्क आदि के रुप में भी किया  जा सकता है। यह त्वचा को झुर्रियों से बचाता है। 

खूबसूरत नाखून-करीब आधे घंटे के लिए ऑलिव ऑयल में नाखूनों को डुबोकर रखें। इससे नाखून और क्यूटिकल्स नरम और लचीले हो जाएगें। यह किसी भी क्रीम से बेहतर काम करेगा। आप चाहें तो पैरों को साफ करके उसपर ऑलिव ऑयल लगाएं और सूती मोजे पहन कर सो जाएं। पेडीक्योर की जरूरत नहीं पड़ेगी!

कोमल होंठ- रुखे, बेजान, फटे होठों पर ऑलिव ऑयल कि हल्की मालिश सुबह शाम करें इससे आपके होंठ कोमल हो जाएगें।
हफ्ते में तीन बार- हफ्ते में तीन बार नींबू में रस में ऑलिव ऑयल मिला कर चेहरे की मालिश करें, इससे न सिर्फ झुर्रियां भागेगीं बल्कि चेहरे की रंगत में भी निखार आएगा। साथ ही बालों में लगाने से इनकी अच्छी कंडीशनिंग भी हो जाती है। उलझे बालों की समस्या भी सुलझेगी।

चेहरा निखर जाएगा- चेहरे को सादे पानी से अच्छी तरह से धो लें। अब ऑलिव ऑयल से मसाज करें। इसके बाद आधा चममच चीनी लेकर चेहरे पर रगड़े। अंत में गुनगुने पानी में एक मुलायम कपड़ा भिगोकर चेहरे को भिगो कर चेहरे को पोंछ लें। कुछ दिनों तक ऐसा कर के आप महसूस करेगीं कि आपका चेहरा निखर उठा है।

दूर होगी डैंड्रफ की समस्या- थोडा सा ऑलिव ऑयल अपने होथों में लें और उन्हें रुखे और बेजान बालों पर लगाएं, इससे आपके बाल सिल्की हो जाएंगे। और अगर आपको डैंड्रफ की समस्या है तो वही भी कम हो जाएगी।
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जब भरी जवानी में उडऩे लगे बाल तो ये देसी नुस्खे अचूक हैं When hair starts falling in youth then these home remedies are perfect.

आजकल कम उम्र में गंजापन या बहुत अधिक बाल झड़ने की समस्या आम हो चली है। गंजेपन के कारण कोई भी व्यक्ति अपनी उम्र से बड़ा दिखाई देने लगता है और एक बाल उड़ने शुरू हो जाते हैं तो उन्हें रोकना बहुत मुश्किल होता है। वैसे तो बाल झड़ने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन अनुवांशिक कारणों के अलावा विकार, किसी विष का सेवन कर लेने, उपदंश, दाद, एक्जिमा आदि के कारण ऐसा हो जाता है। आज हम बताने जा रहे हैं आपको कुछ ऐसे नुस्खों के बारे में जो गंजेपन की समस्या में रामबाण हैं....

- नमक का अधिक सेवन करने से गंजापन आ जाता है। पिसा हुआ नमक व काली मिर्च एक-एक चम्मच नारियल का तेल पांच चम्मच मिलाकर गंजेपन वाले स्थान पर लगाने से बाल आ जाते हैं। कलौंजी को पीसकर पानी में मिला लें। इस पानी से सिर को कुछ दिनों तक धोने से बाल झड़ना बंद हो जाते हैं और बाल घने भी होना शुरू हो जाते हैं।

- अगर बालों का गुच्छा किसी स्थान से उड़ जाए तो गंजे के स्थान पर नींबू रगड़ते रहने से बाल दुबारा आने लगते हैं। जहां से बाल उड़ जाएं तो प्याज का रस रगड़ते रहने से बाल आने लगते हैं। बालों में नीम का तेल लगाने से भी राहत मिलती है।

- बाल झड़ते हैं तो गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाएं। नहाने से पहले इस पेस्ट को सिर पर लगा लें। 15 मिनट बाद बाल गरम पानी से सिर को धोएं। ऐसा करने पर कुछ ही दिनों बालों के झड़ने की समस्या दूर हो जाएगी।

- लहसुन का खाने में अधिक प्रयोग करें। उड़द की दाल उबाल कर पीस लें। इसका सोते समय सिर पर गंजेपन की जगह लेप करें। हरे धनिए का लेप करने से भी बाल आने लगते हैं। केले के गूदे को नींबू के रस के साथ पीस लें और लगाएं, इससे लाभ होता है।अनार के पत्ते पानी में पीसकर सिर पर लेप करने से गंजापन दूर होता है।
Photo: : जब भरी जवानी में उडऩे लगे बाल तो ये देसी नुस्खे अचूक हैं:
==================================       (संयोगिता सिंह)
आजकल कम उम्र में गंजापन या बहुत अधिक बाल झड़ने की समस्या आम हो चली है। गंजेपन के कारण कोई भी व्यक्ति अपनी उम्र से बड़ा दिखाई देने लगता है और एक बाल उड़ने शुरू हो जाते हैं तो उन्हें रोकना बहुत मुश्किल होता है। वैसे तो बाल झड़ने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन अनुवांशिक कारणों के अलावा विकार, किसी विष का सेवन कर लेने, उपदंश, दाद, एक्जिमा आदि के कारण ऐसा हो जाता है। आज हम बताने जा रहे हैं आपको कुछ ऐसे नुस्खों के बारे में जो गंजेपन की समस्या में रामबाण हैं....

- नमक का अधिक सेवन करने से गंजापन आ जाता है। पिसा हुआ नमक व काली मिर्च एक-एक चम्मच नारियल का तेल पांच चम्मच मिलाकर गंजेपन वाले स्थान पर लगाने से बाल आ जाते हैं। कलौंजी को पीसकर पानी में मिला लें। इस पानी से सिर को कुछ दिनों तक धोने से बाल झड़ना बंद हो जाते हैं और बाल घने भी होना शुरू हो जाते हैं।

- अगर बालों का गुच्छा किसी स्थान से उड़ जाए तो गंजे के स्थान पर नींबू रगड़ते रहने से बाल दुबारा आने लगते हैं। जहां से बाल उड़ जाएं तो प्याज का रस रगड़ते रहने से बाल आने लगते हैं। बालों में नीम का तेल लगाने से भी राहत मिलती है।

- बाल झड़ते हैं तो गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाएं। नहाने से पहले इस पेस्ट को सिर पर लगा लें। 15 मिनट बाद बाल गरम पानी से सिर को धोएं। ऐसा करने पर कुछ ही दिनों बालों के झड़ने की समस्या दूर हो जाएगी।

- लहसुन का खाने में अधिक प्रयोग करें। उड़द की दाल उबाल कर पीस लें। इसका सोते समय सिर पर गंजेपन की जगह लेप करें। हरे धनिए का लेप करने से भी बाल आने लगते हैं। केले के गूदे को नींबू के रस के साथ पीस लें और लगाएं, इससे लाभ होता है।अनार के पत्ते पानी में पीसकर सिर पर लेप करने से गंजापन दूर होता है।

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