मोटापे का इलाज -कच्चा पपीता Obesity treatment - raw papaya

पपीता एक फल है। कच्ची अवस्था में यह हरे रंग का होता है और पकने पर पीले रंग का हो जाता है।
यह अमेरिका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्र का मूल निवासी है. और Mesoamerican क्लासिक संस्कृतियों के उद्भव से पहले मेक्सिको कई सदियों में खेती की जाती थी. यह कभी कभी एक 'बड़ा तरबूज "कहा जाता है या एक" Paw Paw "लेकिन उत्तर अमेरिकी गंदा एक अलग प्रजाति है, जीनस Asimina में. यह एक बड़ा पेड़ है पौधे की तरह, एक स्टेम 5 से 10 मीटर लंबा से बढ़ रहा है, spirally की व्यवस्था के साथ ट्रंक के ऊपर तक ही सीमित है, कम ट्रंक conspicuously जख्म जहां पत्तों और फलों का वहन किया गया है छोड़ता है. पत्ते हैं बड़े, 50-70 सेमी व्यास, गहरी palmately 7 lobes के साथ lobed. पेड़ आम तौर पर unbranched अगर unlopped है. फूलों के आकार में Plumeria के फूल के समान हैं, लेकिन बहुत छोटे हैं और मोम की तरह. वे पत्ते के axils पर दिखाई देते हैं, बड़े 15-45 सेमी में लंबे समय परिपक्व, 10-30 सेमी व्यास फल. पका फल जब यह लगता है नरम (एक पका हुआ या avocado एक नरम थोड़ी सी) और उसकी त्वचा नारंगी रंग के लिए एक एम्बर उपलब्ध हो जाता है की तरह है. है फल स्वाद थोड़ा अनानास और आड़ू के समान है, यद्यपि बहुत tartness बिना मामूली. यह पहला फल वृक्ष को अपनी जीनोम है deciphered

पपीता ,बहुत घरेलू सा फल है ,अक्सर लोग खाना पसंद करते हैं ,किसी से पूछिये कि क्यों खाते हो ,तो जवाब मिलेगा कि डाक्टर बताते हैं या बस यूं ही खा लेते हैं .पपीता न सिर्फ़ एक फ़ल है बल्कि औषधिय गुणों का खजाना है। आपको जानकारी होनी चाहिए कि इसके फल में विटामिन ए, बी , सी ,डी, प्रोटीन ,शर्करा , बीटा-केरोटीन, थायमीन, रीबोफ्लेविन, एस्कोर्बिक एसिड ,कार्पेसमाइन जैसे तत्व पाए जाते हैं ,जो आपके शरीर को कई सारे लाभ पहुंचाते हैं

शरीर को चमकदार बनाने के लिए -- पके पपीते को हाथ से खूब मसल कर चटनी जैसा बना लीजिये ,अब इस चटनी की पूरे शरीर पर खूब अच्छे तरीके से मालिश कीजिये ,आधे घंटे बाद नहा लीजिये ,पूरा शरीर आभायुक्त हो जाएगा ,कील ,मुंहासे ,घमौरियों तथा यदा कदा पड़ जाने वाले दाग धब्बों से मुक्ति ,त्वचा चमकदार एवं मुलायम हो जायेगी ,चर्मरोग से मुक्ति मिल जायेगी . ये क्रिया अगर सप्ताह में दो बार कर ली जाए तो ब्यूटीपार्लर जाने से मुक्ति मिल जायेगी .

पपीता को पेट के लिए वरदान माना गया है। कहते हैं पेट के रोगों को दूर करने के लिए पपीते का सेवन करना लाभकारी होता है। पपीते के सेवन से पाचनतंत्र ठीक होता है। पपीते का रस अरूचि, अनिद्रा (नींद का न आना), सिर दर्द, कब्ज व आंवदस्त आदि रोगों को ठीक करता है। पपीते का रस सेवन करने से खट्टी डकारें बंद हो जाती है। पपीता पेट रोग, हृदय रोग, आंतों की कमजोरी आदि को दूर करता है। पके या कच्चे पपीते की सब्जी बनाकर खाना पेट के लिए लाभकारी होता है।

पपीते के पत्तों के उपयोग से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है और हृदय की धड़कन नियमित होती है। पपीता में विटामिन ए, बी, डी, प्रोटिन, कैल्सियम, लौह तत्व आदि सभी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।पपीता वीर्य को बढ़ाता है, पागलपन को दूर करता है एवं वात दोषों को नष्ट करता है। इसके सेवन से जख्म भरता है और दस्त व पेशाब की रुकावट दूर होती है। कच्चे पपीते का दूध त्वचा रोग के लिए बहुत लाभ करता है। पका पपीता पाचन शक्ति को बढ़ाता है, भूख को बढ़ाता, पेशाब अधिक लाता है, मूत्राशय के रोगों को नष्ट करता है, पथरी को लगाता है और मोटापे को दूर करता है। पपीता कफ के साथ आने वाले खून को रोकता है एवं खूनी बवासीर को ठीक करता है।

इसमें पेप्सिन नामक तत्व पाया जाता हैं। जो भोजन को पचाने में मदद करता है। पपीता का सेवन रोज करने से पाचन शक्ति में वृद्धि होती है। चूंकि सारे रोगों का कारण पेट के सही ना होने के कारण होता है इसलिए पपीते का सेवन रोज करना चाहिए। पपीता खाने से वजन कम हो जाता है। पपीते का प्रयोग लोग फेस पैक में करते हैं। पपीता त्वचा को ठंडक पहुंचाता है। पपीते के कारण आंखो के नीचे के काले घेरे दूर होते हैं।कच्चे पपीते के गूदे को शहद में मिलाकर चेहरे पर लगाने से कील-मुंहांसो का अंत होता है।

कच्चे पपीते की सब्जी खाने से याददाश्त बढ़ती है। जबकि पपीते का जूस पीने से मनुष्य में यौन शक्ति की वृद्धि हो जाती है। पपीता ऐसा फल है जो ना तो काफी महंगा होता है और ना ही मुश्किल से मिलता है इसलिए पपीते का सेवन हर व्यक्ति को रोज करना चाहिए। सिर्फ एक महीने नियमित रूप से आप पपीता खाइये फर्क आप खुद ही महसूस करेगें और सबसे कहेगें कि पपीता खाओ और काम पर जाओ। समय से पूर्व चेहरे पर झुर्रियां आना बुढ़ापे की निशानी है। अच्छे पके हुए पपीते के गूदे को उबटन की तरह चेहरे पर लगायें। आधा घंटा लगा रहने दें। जब वह सूख जाये तो गुनगुने पानी से चेहरा धो लें तथा मूंगफली के तेल से हल्के हाथ से चेहरे पर मालिश करें। ऐसा कम से कम एक माह तक नियमित करें। हृदय रोगियों के लिए भी पपीता काफी लाभदायक होता है।
0 0

No comments:

Post a Comment

Thanks to visit this blog, if you like than join us to get in touch continue. Thank You

Feetured Post

नारी शक्ति की सुरक्षा के लिये

 1. एक नारी को तब क्या करना चाहिये जब वह देर रात में किसी उँची इमारत की लिफ़्ट में किसी अजनबी के साथ स्वयं को अकेला पाये ?  जब आप लिफ़्ट में...