आपके घर में तुलसी के पौधे का न बढ़ पाने तथा कुछ समय बाद ही मुरझा जाने के तथ्य से पहले आपको यह जानना होगा कि आप के आसपास का वातावरण कैसा है? क्योंकि आज के इंसानी शरीर के अन्दर वातावरण को जानने की शक्ति नहीं बची है | आधुनिक जीवनशैली का मनुष्य काम। क्रोध, लोभ, मोह व अहंकार के दोष से जकड़ा हुआ है |
वातावरण को जानने की शक्ति सिर्फ जानवरों तथा पक्षियों के पास ही बची हुई है | आप ध्यान से देखना जिस जगह का वातावरण नकारात्मक होता है, उस जगह पर जानवर तथा पक्षी भी नहीं जाते हैं क्योंकि इनके अन्दर नकारात्मक ऊर्जा को पहचानने की शक्ति होती है | जानवरों व पक्षियों से अधिक पेड़-पौधों में नकारात्मक ऊर्जा को जानने की शक्ति होती है |
आपके घर का वातावरण नकारात्मक ऊर्जा से भरा है तो आपके घर में तुलसी के पौधे का न बढ़ पाने व कुछ ही समय में मुरझा जाने का भी मुख्य कारण यही है |
आईये अब मैं आपको तुलसी के पौधे के विषय में समझाता हूँ | तुलसी का पौधा हमेशा पाजिटिव ऊर्जा में ही चल सकता है | तुलसी का पौधा खुद अपने आप में एक पाजिटिव ऊर्जा लिये होता है क्योंकि पांच तत्वों के अनुसार तुलसी के पौधे में अग्नि तत्व की मात्रा बहुत अधिक होती है तथा पांच तत्वों में अग्नि तत्व को प्रधान तत्व माना गया है | इसीलिये तुलसी का पौधा बहुत ही ज्यादा गर्मी लिये हुये होता है |
उदाहरण के तौर पर जब आपको सर्दी, खांसी व जुकाम हो जाता है तो तुलसी के चार पत्तों की चाय आपको तुरन्त गर्मी देकर आपके सर्दी, खांसी व जुकाम को ठीक कर देती है |
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