इश्क़ हो, सच्चे मन
प्यार हो, बिना दिखावा
मोहब्बत में हो, आदर
न हो, कोई बहकावा
मर्यादा जब, टूट जाती
चरित्रहीनता, पास आती
इश्क़ फिर, बदनाम होता
प्यार भी, बर्बाद हो जाता
चरित्र को, पहले समझो
फिर दिल से, प्यार करो
मर्यादा में रहकर, चाहो
सच्चे रिश्ते, तैयार करो
प्यार वो, जो सम्मान दे
मोहब्बत, जो संस्कार दे
इश्क़ वो, जो संयम रखे
ना कोई, ग़लत राह पकड़े
सच्चा प्रेम, शांत होता
शब्द नहीं, भाव बोलते
चरित्रवान हो, दोनों दिल
तब रिश्ते, उम्र भर चलते
No comments:
Post a Comment
Thanks to visit this blog, if you like than join us to get in touch continue. Thank You