आलस्य से भरे व्यक्ति को जीवन मे कुछ नहीं मिलता A lazy person gets nothing in life

आलस्य से भरे व्यक्ति को जीवन मे कुछ नहीं मिलता A lazy person gets nothing in life

एक बार की बात है एक राजा नेअपनी प्रजा के बारे में सोचा कि मेरी प्रजा कैसी है इसमें कौन से लोग आलस से भरे हुए हैं और कौन से मेहनती है तो राजा ने अपने कुछ मंत्रियों के साथ एक बड़ा सा पत्थर ले जाकर एक सड़क पर रख दिया था और उसने सोचा कि जो इस पत्थर को हटाएगा वह मेहनती व्यक्ति कहलाएगा उसने पत्थर के नीचे कुछ  सोने की मोहरी रखी थी इन सोने की मोहरों से कोई भी व्यक्ति एक धनी व्यक्ति मेंपरिवर्तित हो सकता है

इसी तरह कई दिन बीत गए पर पत्थर नहीं हिला  क्योंकि लोग वहां से आते और जाते परंतु कोई भी उस पत्थर की तरफ देखकर उसे हिलाने का प्रयास नहीं करता हालांकि लोगों को बहुत दिक्कत हो रही थी उस पत्थर से क्यों कि  बीच सड़क में आने से परंतु लोग अपने काम से काम रखते हैं और किसी ने भी उसे हटाने का प्रयास नहीं किया क्योंकि इसमें मेहनत लगती है

एक दिन, एक गरीब किसान अपने धान की बोरी लेकर वहां पहुंचा। उसने देखा कि सड़क पर पत्थर पड़ा हुआ है। उसके मन में ख्याल आया कि अगर उस पत्थर को हटा दिया जाए, तो लोगों को आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होगी।

किसान ने अपनी मेहनती हाथों से पत्थर को हटाने का प्रयास किया। जैसे ही उसने पत्थर को हिलाना शुरू किया, बड़ी ही मशक्कत के बाद पत्थर हिला और उसके नीचे से कुछ सोने की मोहरी निकली सोने की मोरों को देखकर किसान आश्चर्यचकित हो गया और वहां बहुत ज्यादा खुश हो गया  वह समझ गया कि उसकी मेहनत और संघर्ष ने उसे एक महत्वपूर्ण और बेहतर भविष्य दिलाया है।

उसके तुरंत बाद किसान अपने राजा के पास जाता है और उसे पूरी कहानी के बारे में बताता है तो राजा कहता है कि यह सोने की मोहरी तुम्हारी ही है क्योंकि यह तुम्हारी मेहनत का फल है तुमने दिखाया कि आलस्यता के बजाय मेहनत करने से हमें बेहतर अवसर मिलते हैं।”

निष्कर्ष:

इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि हमें आलस्यता से दूर रहकर मेहनत करनी चाहिए। जीवन में सफलता पाने के लिए हमें संघर्ष का सामना करना होता है और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें समर्पित रहना होता है। “आलस्य से कुछ नहीं मिलेगा” – यह कहानी हमें यह बताती है कि हमें हमेशा मेहनती और सक्रिय रहना चाहिए, क्योंकि सिर्फ सोचने से कुछ नहीं मिलता, करने से ही सफलता हासिल होती है।

आलस्य से कैसे बचे ?

आलस्य से बचना आवश्यक है क्योंकि यह एक बुरी आदत है जो हमें हमारे लक्ष्यों से दूर ले जा सकती है और हमारे जीवन को असफल बना सकती है। आलस्य से बचने के लिए कुछ सरल तरीके हैं जो आपको सकारात्मक दिशा में बढ़ने में मदद कर सकते हैं।


1. रूटीन बनाएं: एक अच्छी रूटीन बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। सही समय पर सोना और उठना, नियमित भोजन, और व्यायाम करना आलस्य को कम कर सकता है।


2. लक्ष्य तय करें और उन पर केंद्रित रहें: अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से तय करें और उन पर ध्यान केंद्रित करें। यह आपको उन लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगा।


3. स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम: सही आहार और नियमित व्यायाम से आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहेगा, जिससे आप आलस्य से मुक्त रहेंगे।


4. नए कौशल सीखें: नए कौशलों की प्राप्ति से आप नए चुनौतीओं का सामना करने में मदद कर सकते हैं और आपकी रूचियों को बढ़ा सकते हैं।


5. सकारात्मक सोच: आपकी सोच आपके जीवन को प्रभावित करती है, इसलिए सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखें और सब कुछ एक सकारात्मक पहलुओं से देखें।


6. समय का सही तरीके से प्रबंधन: समय को सही तरीके से प्रबंधित करना बहुत महत्वपूर्ण है। आपकी जीवनसूची को इसे सही तरीके से बनाए रखें ताकि आप समय को सही से उपयोग कर सकें।


7. समर्थन प्राप्त करें: आपके चारों ओर के लोगों का समर्थन प्राप्त करें। सही समर्थन से आपका मनोबल बना रहेगा और आप आलस्य को हरा सकते हैं।


8. साथी का समर्थन: आपके साथी का समर्थन आपको उत्साहित कर सकता है और आलस्य को दूर करने में मदद कर सकता है। उनसे अपनी बातें साझा करें और समर्थन मांगें।


9. नई चुनौतीओं का स्वागत करें: जीवन में नई चुनौतीयां आती रहती हैं और इन्हें स्वीकार करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। आलस्य से बचने के लिए, आपको नई स्थितियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए और इन्हें एक नए दृष्टिकोण से देखना चाहिए।


10. सुसंगत मनोरंजन: सकारात्मक मनोरंजन का सही समय पर आनंद लेना भी आलस्य को दूर कर सकता है। यह मनोबल बढ़ा सकता है और आपको आपके लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रेरित कर सकता है।


11. सम्पूर्ण नियंत्रण: आलस्य से बचने के लिए सम्पूर्ण नियंत्रण बनाए रखें। अपने विचारों, भावनाओं और क्रियाओं को सही दिशा में निर्देशित करने के लिए सतर्क रहें।


12. सकारात्मक संगति: सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताना आपको सकारात्मकता में रख सकता है। ऐसे लोग आपको प्रेरित करेंगे और आपके आस-पास की ऊर्जा को सकारात्मक बना सकते हैं।


13. स्वयं का मूल्यांकन: अपनी सकारात्मक गुणों, क्षमताओं, और योग्यताओं को पहचानना महत्वपूर्ण है। अपने आत्मा को महत्वपूर्ण मानना और अपनी स्वीकृति को समझना आपको आलस्य से बाहर ले जा सकता है।


आलस्य से बचने के लिए ये उपाय आपको एक सकारात्मक और उत्साहित जीवन की ओर बढ़ने में सहायक हो सकते हैं। धीरे-धीरे इन्हें अपनाकर, आप आपके लक्ष्यों की प्राप्ति में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन को सकारात्मक रूप से दिखा सकते हैं।

आप सभी से अनुरोध है कि आप भी इस motivational story जो hindi में है अपने संबंधित करीबी और दोस्तों के साथ साझा करें,

 

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