शाकाहार की ओर चलें

 प्रकृति ने हमें बेशकीमती खजानों से नवाजा है

इतना सब होने के बावजूद भी यदि आप किसी मासूम बेजुबान पशु की लाश खाते हैं तो आपको मनुष्य कहलाने का कोई हक नहीं
मानवता किसी की पीड़ा महसूस करके उसे हर लेने का नाम है, जीभ के स्वाद के लिए किसी मासूम बेजुबान पशु की लाश खाने का नहीं
शाकाहार की ओर चलें move towards vegetarianism

शाकाहार की ओर चलें मित्रों
जय पशुपति नाथ की

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जीवन का कड़वा सच है - bitter truth of life -Bhajan

जीवन का कड़वा सच है - bitter truth of life