www.goswamirishta.com
हे हनुमंते
हे हनुमंते
परमेश्वर कर लो स्वीकार,
मेरा प्रणाम, चरणों में तेरे,
ये छल कपट और द्वेष मेरे,
जल जाए तेज़ में तेरे,
शुद्ध करो मन जैसे गंगाजल,
हो जाये अंतर्मन ये निर्मल,
नाश करो हर दुःख मेरे भगवन,
शांत रहे मेरा ये हृदय-भुवन,
तेरा भक्त करे पुकार,
लगा दे इस दीन की नय्या पार,
हे, हनुमंत हे हे मारुतिनंदन,
ये दास करे तेरा अभीनंदन,
महिरावण को हार दिखाई,
पंच्मुख्या में आग जलाई,
हे राम दूत हे भीम भात्र,
करो कृपा, रहूँ तेरे चरणों के पास,
बल, विद्या, बुधि के स्वामी,
नमन करे तुम्हे हे अन्तर्यामी,
शीश झुकाए, प्राण बिछाये,
भक्त ये तेरा अश्रु बहाए,
जय हो जय हो, हे केसरी नंदन,
करो निवास इस हृदय में भगवन।
0
0
No comments:
Post a Comment
Thanks to visit this blog, if you like than join us to get in touch continue. Thank You