जय भवानी, जय शिवाजी

 शिवाजी फिर से जाग उठेगा,  

भाले-तलवार के संग दौड़ेगा,  

रण में सिंह की हुंकार बनेगा,  

हर दुश्मन काँपते लौटेगा। 🔁



राणा सांगा खड्ग उठाए,  

सैकड़ों घावों के साथ लड़ेगा,  

लाल किले तक गूंज उठेगा,  

जब चेतक रण में दौड़ेगा। 🔁


जाग उठा है हर घर हिन्दू,  

जाग उठी अब तरुणाई,  

देश का हर वीर उठेगा,  

हर घर अब हिन्दू जगेगा। 🔁


झाँसी की रानी शस्त्र संभाले,  

घोड़े पे चढ़ेगी वीर मर्दानी,  

तोपों के आगे भी झुकी नहीं,  

बनी भारत की शान वीरानी। 🔁


पद्मावती जौहर कर वीर बनी,  

मान-सम्मान की रक्षक थी,  

राजपूती मर्यादा में लिपटी,  

अग्नि में भी अमर ज्वाला थी। 🔁


महाराणा प्रताप भाला लिए,  

हल्दीघाटी की गर्जना था,  

अकबर की सेना कांप उठी,  

जब चेतक रणभू में छा गया। 🔁


बाजीराव पेशवा घोड़े पे,  

भाला-कुंठ से युद्ध लड़ा,  

दक्खन से दिल्ली तक उसका,  

रणकला अमर कथा बना। 🔁


रानी दुर्गावती धनुष उठाए,  

गोंडवाना की थी रक्षक,  

शेरनी जैसी लड़ी मैदान में,  

वीरगाथा अमर कर गई। 🔁


हाड़ा रानी ने शीश कटाया,  

पति की मर्यादा बचाई,  

गौरव की मिसाल बनी वो,  

बलिदान की दीप जलाई। 🔁


हर घर में भगवा लहराए,  

हर मन में जोश भरे,  

जय भवानी, जय शिवाजी,  

वीरत्व की लहरें गूँजें। 🔁


हिन्दू समाज न टूटेगा,  

अब ना कोई छल पाएगा,  

वीरों की इस पुण्य धरा पर,  

हर योद्धा बजरंगी बन जायेगा। ✅

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