www.goswamirishta.com
सूर्य के सम्बन्ध में हम सभी लोग सोचते हैं की यह कोई निष्क्रिय प्रचंड अग्नि का गोला मात्र है।सूर्य निर्जीव अग्निपिण्ड मात्र नहीं है जैसा की भौतिक विज्ञान की दृष्टी से माना जाता है | ये समस्त संसार का प्राण है। अत्यंत सक्रिय , जीवंत अग्नि संगठन है। हर क्षण सूर्य की तरंगों में विशेष प्रकार के रूपांतरण होते रहते हैं। सूर्य पर होने वाला तनिक सा भी रूपांतरण या विस्फोट पृथ्वी और समस्त वातावरण को प्रभावित करता है।
No comments:
Post a Comment