जरा सोच कर ये सोचो कि

www.goswamirishta.com
ईश्वर तो अपने अन्दर भी है और बाहर भी सर्वव्यापक है ।
अरे ढ़ूढ़ा तो उसे जाता है जो खो गया हो लेकिन भगवाग कोई खोया तो है नहीँ इस भगवान को बजाय खोजने के उसका अनुभव करने का प्रयत्न करना काफी उचित है ।और ये सही भी है ।

ॐ सोहं
ॐ तत् सत्
0 0

No comments:

Post a Comment

Thanks to visit this blog, if you like than join us to get in touch continue. Thank You

Feetured Post

नारी शक्ति की सुरक्षा के लिये

 1. एक नारी को तब क्या करना चाहिये जब वह देर रात में किसी उँची इमारत की लिफ़्ट में किसी अजनबी के साथ स्वयं को अकेला पाये ?  जब आप लिफ़्ट में...