00:00 - ब्रह्मा, विष्णु, महेश, दुर्गा जी, लक्ष्मी जी, इनमें से किसका नाम जपूँ, कौन सर्वश्रेष्ठ है ?
09:06 - महाराज जी मैंने बहुत पाप किये हैं, महादेव जी ने मुझे आपके पास भेजा है मेरा उद्धार करें !
13:42 - क्या मनुष्य के प्रारब्ध उससे अच्छे या बुरे कर्म कारवाता हैं ?
16:56 - जैसा भाव भक्तों को प्राप्त हुआ है वैसा भाव प्राप्त करने के लिए कैसी दिनचर्या और भजन होना चाहिए ?
22:49 - गुस्से में अगर किसी के लिए बद्दुआ निकल जाए तो क्या वापस लिया जा सकता है ?
24:00 - डर लगता है हम भी इस माया में फंस गये तो क्या होगा ?
28:16 - जीवन भर भजन किया हो पर अंतिम सांस बेहोशी में निकल जाए तो उसकी क्या गति होगी ?
34:31 - थोड़ा बहुत भजन करते हैं और बाकी समय सांसारिक कार्य तो हमारी क्या गति होगी ?
41:31 - भजन में चलता हूँ तो परिवार छूटता है और परिवार को लेकर चलता हूँ तो भजन, अब क्या करूँ ?
Bhajan Marg by Param Pujya Vrindavan Rasik Sant Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj, Shri Hit Radha Keli Kunj, Varah Ghat, Vrindavan Dham
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